पटना: पूरी दुनिया में 14 फरवरी को प्यार के दिन यानी वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाता है. लेकिन भारत में इस दिन के अलग-अलग रूप देखने को मिलते हैं. इस दिन प्रेमी जोड़े पार्क, रेस्टोरेंट और अपने पसंदीदा स्थानों पर अपने साथी का इंतज़ार करते पाए जाते हैं. दूसरी ओर एमपी में शिवसेना […]
पटना: पूरी दुनिया में 14 फरवरी को प्यार के दिन यानी वैलेंटाइन डे के रूप में मनाया जाता है. लेकिन भारत में इस दिन के अलग-अलग रूप देखने को मिलते हैं. इस दिन प्रेमी जोड़े पार्क, रेस्टोरेंट और अपने पसंदीदा स्थानों पर अपने साथी का इंतज़ार करते पाए जाते हैं. दूसरी ओर एमपी में शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने भी पूरी तैयारी कर ली है. दरअसल कार्यकर्ता अपने लाठी डंडों को तैयार कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर यह दृश्य इस समय वायरल भी हो रहा है जिसमें शिवसेना के कार्यकर्ता वैलेंटाइन डे पर अपना अलग नारा लगा रहे हैं.
जहाँ मिलेंगे बिट्टू सोना… तोड़ देंगे कोना कोना
नये भारत के निर्माण में सहयोग करते हुए योद्धा pic.twitter.com/LQ8tiVrIB8— Rajeev Nigam (@apnarajeevnigam) February 13, 2023
कार्यकर्ताओं का कहना है, ‘जहां मिलेंगे बिट्टू सोना, तोड़ देंगे कोना कोना।’ गौरतलब है कि वैलेंटाइन डे पर भारत में भी अलग-अलग समूह सक्रिय हो जाते हैं. इनमें से एक बजरंग दल और शिवसेना कार्यकर्ता भी शामिल हैं. ये दल अक्सर ही इस दिन प्रेमी जोड़ों के प्यार का विरोध करते पाए जाते हैं. इसी कड़ी में सोशल मीडिया पर यह वीडियो भी वायरल हो रहा है.
वीडियो में शिवसेना (shivsena) के नेता वेलेंटाइन डे के विरोध में एकत्रित दिखाई दे रहे हैं. उन्होंने अपने लट्ठ का पूजन भी किया और उसे तेल पिलाया. उनका कहना है कि यदि वैलेंटाइन डे पर प्रेमी जोड़े कहीं भी अश्लीलता करते पकड़े गए तो उन पर लट्ठ बजाया जाएगा। इतना ही नहीं इस दौरान तरह-तरह के नारे भी लगाए गए. ‘जहां मिले बिट्टू जानू सोना तोड़ देगे कोना कोना’ जैसे नारे लगाते हुए सभी कार्यकर्ता जोश से भरे हुए दिखे. कार्यकर्ता ने बताया कि वैलेंटाइन का विरोध करने के लिए शिवसेना ने दस्ते का भी गठन किया है।
इस वीडियो को लेकर सोशल मीडिया पर भी तरह-तरह की प्रतिक्रिया सामने आ रही है. एक यूज़र ने इस वीडियो पर कमेंट करते हुए लिखा, असहमति अपनी जगह लेकिन ये ‘साउंड’ अच्छा कर रहा है। एक और अन्य यूज़र ने लिखा ‘ये वीडियो सोमवार का है क्या? बढ़िया ऑफिस है भाई इन लोगों का, मंडे को वर्कलोड नहीं है, आराम से छुट्टी दे दी एम्प्लाइज को बाहर जाकर लाठी में तेल लगाने के लिए।’ अन्य यूज़र ने कमेंट किया कि ‘यह अधिकार इन मूर्खों को किसने दिया है? भारत में लोकशाही देश है, राज शाही और गुंडा राज नहीं।’
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