नई दिल्ली: फ्लाइट या प्लेन में सफर करने से आपको भी अलग तरह की थकावट महसूस होती है. आपका सफर भले ही कम समय में खत्म हो जाए लेकिन इतनी ऊंचाई पर सफर करने के बाद अक्सर लोगों का सिर भारी होने लगता है. तो ऐसे में सोचने वाली बात है कि जब पैसेंजर्स को […]
नई दिल्ली: फ्लाइट या प्लेन में सफर करने से आपको भी अलग तरह की थकावट महसूस होती है. आपका सफर भले ही कम समय में खत्म हो जाए लेकिन इतनी ऊंचाई पर सफर करने के बाद अक्सर लोगों का सिर भारी होने लगता है. तो ऐसे में सोचने वाली बात है कि जब पैसेंजर्स को इतनी थकान हो जाती है तो फिर लगातार फ्लाइट्स उड़ाने वाले पायलट्स का क्या हाल होता होगा. आपको जानकर काफी हैरानी होगी कि इस वजह के चलते प्लेन में पायलट्स और क्रू मेंबर्स के लिए एक खुफिया कंपार्टमेंट बनाया जाता है.
रिपोर्ट्स की मानें तो इस खुफिया कंपार्टमेंट में लोगों को घुटन महसूस हो सकती है लेकिन पायलट की थकान का स्तर इतना ज्यादा होता है कि उन्हें ये घुटन महसूस नहीं होती क्योंकि उन्हें तो बस सोने के लिए एक बेड और जगह चाहिए होता है. बता दें, इस खुफिया कंपार्टमेंट में पायलट के साथ क्रू मेंबर्स (Crew) भी आराम कर सकते हैं.
अगर आपने भी फ्लाइट में सफर किया होगा तो आप लोग जानते ही होंगे कि प्लेन की लाइट्स को लैंडिंग के दौरान डिम कर दिया जाता है. इसके पीछे एक कारण छुपा हुआ है. दरअसल, अगर प्लेन की लैंडिंग के दौरान कोई हादसा हो जाता है तो अचानक से यात्रियों को दिखाई बंद हो सकता है जिसकी वजह से उन्हें जरुरत पड़ने पर आपातकालीन (Emergency) दरवाजे भी नहीं मिल पाएंगे. इसी के चलते इन लाइट्स को बंद न करके डिम कर दिया जाता है जिससे कि एकदम से फ्लाइट (Flight) में अंधेरा न छा जाए और किसी भी तरीके का अफरा तफरी एक माहौल न बने.