नई दिल्ली: भारतीय सड़कों पर चलते समय आपने अक्सर ट्रकों, दुकानों, और घरों के बाहर “बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला” लिखा देखा होगा। यह वाक्यांश एक मुहावरे के रूप में प्रयोग होता है, जिसका उद्देश्य बुरी नजर और ईर्ष्या से बचाव करना होता है। इसका मुख्य उद्देश्य बुरी नजर और जलन से बचाना होता […]
नई दिल्ली: भारतीय सड़कों पर चलते समय आपने अक्सर ट्रकों, दुकानों, और घरों के बाहर “बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला” लिखा देखा होगा। यह वाक्यांश एक मुहावरे के रूप में प्रयोग होता है, जिसका उद्देश्य बुरी नजर और ईर्ष्या से बचाव करना होता है। इसका मुख्य उद्देश्य बुरी नजर और जलन से बचाना होता है। यह वाक्यांश मान्यता और लोक विश्वास से जुड़ा हुआ है कि इससे नकारात्मक ऊर्जा और ईर्ष्या से बचाव होता है। लोग मानते हैं कि किसी की बुरी नजर उनके कारोबार या यात्रा में बाधा डाल सकती है, इसलिए वे इस तरह के स्लोगन का उपयोग करते हैं। आइए जानते हैं इसके पीछे की क्या है वजह?
इस वाक्यांश के पीछे एक प्रसिद्ध कथा भी जुड़ी हुई है। प्राचीन समय में देवी अहिल्या अपनी सुंदरता और गुणों के लिए प्रसिद्ध थीं। कहा जाता है कि देवी अहिल्या पर इंद्र देवता की बुरी नजर थी, जिन्होंने छलपूर्वक उनके पति का रूप धारण कर उनसे दुष्कर्म किया। उनकी सुंदरता से इंद्र देवता मोहित हो गए और उन्होंने अहिल्या के पति, ऋषि गौतम, का रूप धारण कर उनके साथ दुष्कर्म किया। इस पाप के कारण ऋषि गौतम ने अहिल्या को शाप दिया और इंद्र देव को भी श्रापित किया गया, जिससे उनका सम्मान धूमिल हुआ। यह कथा इस मुहावरे के पीछे की सोच को दर्शाती है कि बुरी नजर डालने वाले का मुंह काला हो जाएगा, यानी उसका सम्मान नष्ट हो जाएगा
बुरी नजर से बचने के लिए लोग नींबू, मिर्ची और काले रंग के मुखौटे का भी उपयोग करते हैं। यह सभी उपाय इस मान्यता पर आधारित हैं कि ये वस्तुएं बुरी शक्तियों को दूर रखती हैं और सकारात्मक ऊर्जा को बनाए रखती हैं। इस प्रकार, “बुरी नजर वाले तेरा मुंह काला” वाक्यांश भारतीय समाज में बुरी नजर और जलन से बचने के उपाय के रूप में उपयोग होता है और इसके पीछे की कथा देवी अहिल्या की दुष्कर्म और श्राप से जुड़ी हुई है। यह वाक्यांश लोगों को ईर्ष्या और बुराई से दूर रहने की चेतावनी देता है और अच्छे कर्मों की प्रेरणा देता है।
इस संदेश के पीछे एक धार्मिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य भी है। भारतीय समाज में नजर लगने के डर को लेकर कई मान्यताएँ हैं। ऐसा माना जाता है कि बुरी नजर लगने से दुर्घटनाएँ और समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इसी डर को दूर करने के लिए ट्रक मालिक इस संदेश को अपनी गाड़ी पर लिखवाते हैं, ताकि उनकी यात्रा सुरक्षित रहे और बुरी नजर से बचाव हो सके। इसके अलावा ट्रक को सजाने के साथ-साथ इस संदेश को जोड़ना भारतीय ट्रक संस्कृति का एक अभिन्न हिस्सा बन गया है, जो ट्रक मालिकों के लिए एक प्रकार की धार्मिक सुरक्षा कवच के रूप में कार्य करता है।
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