नई दिल्ली: सांप हमारी प्रक्रति में पाये जानें वाले चंद खतरनाक जीवों में शामिल हैं. आज के समय में सांपों के बारे में हमारे आस पास कई तरह की कहानियां और अफवाहें भी चलती हैं. इन्हीं अफवाहों को दूर करने के लिए ब्राजीलियन वैज्ञानिक जाआओ मिगेल आल्वेस-नूनिस ने हाल ही सांपों पर अपनी एक रिसर्च […]
नई दिल्ली: सांप हमारी प्रक्रति में पाये जानें वाले चंद खतरनाक जीवों में शामिल हैं. आज के समय में सांपों के बारे में हमारे आस पास कई तरह की कहानियां और अफवाहें भी चलती हैं. इन्हीं अफवाहों को दूर करने के लिए ब्राजीलियन वैज्ञानिक जाआओ मिगेल आल्वेस-नूनिस ने हाल ही सांपों पर अपनी एक रिसर्च पब्लिश की है, जिसमें उन्होंने सांपों के काटने की तमाम संभावनाओं के बारे में बताया है. वैज्ञानिक जाआओ मिगेल आल्वेस-नूनिस बूतनतन इंस्टीट्यूट में शोधकर्ता के रूप में काम करते हैं. सांपों पर रिसर्च के दौरान वैज्ञानिक ने लगभग 40 हजार बार कटवाया था.
ब्राजील में हर साल लगभग 27 हजार लोग सांपों के काटे जाने का शिकार होते हैं, और यह नंबर प्रतिवर्ष बढ़ भी रहा है. इसी गुत्थी को सुलझाने के लिए वैज्ञानिक आल्वेस नूनिस ने रिसर्च की है, जिससे सांपों के काटने की असल वजह का पता लगाया जा सके. रिसर्च से पहले वैज्ञानिक आल्वेस-नूनिस का मानना था कि जब इंसान सांपों छूने की कोशिश करता है या उन्हें छेड़ता है तब सांप काटते हैं. हालांकि रिपोर्ट में इसके विपरीत हकीकत जाननें को मिली.
आल्वेस नूनिस की रिपोर्ट के मुताबिक-
1. जो सांप आकार में छोटा होगा, उसके काटने की संभावना उतनी ही अधिक होती है.
2. नर सांपों की तुलना में मादा सांप ज्यादा हमलावर होती हैं, उसके काटनें की संभावना भी सबसे अधिक होती है.
3. ठंड के मुकाबले सांप गर्मियों में ज्यादा आक्रामक हो जाते हैं. सांपों को सर्दियों का सीजन पसंद होता है और गर्मी के समय वे ज्यादा बेचैन हो जाते हैं.