नई दिल्ली: आपने कभी किसी फैक्ट्री को गौर से देखा होगा तो उसकी छत पर आपको एक गुंबद के आकार का स्ट्रक्चर दिखाई दिया होगा. फैक्ट्री की छत पर ज्यादातर गोल-गोल घूमता रहता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये क्यों लगाया जाता है और किस तरीके से काम करता है. बता दें […]
नई दिल्ली: आपने कभी किसी फैक्ट्री को गौर से देखा होगा तो उसकी छत पर आपको एक गुंबद के आकार का स्ट्रक्चर दिखाई दिया होगा. फैक्ट्री की छत पर ज्यादातर गोल-गोल घूमता रहता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये क्यों लगाया जाता है और किस तरीके से काम करता है. बता दें कि इस सट्रक्चर का नाम टर्बो वेंटिलेटर है और इसका प्रयोग केवल कारखानों में ही नहीं बल्कि और भी जगहों पर किया जाता है. ये गोलाकार टर्बो वेंटिलेटर स्टील से बना हुआ होता है.
इस मशीन के मदद से फैक्ट्री में जो भी गर्म हवा रहती है उसे खींचकर छत के रास्ते से बाहर निकालता रहता है. इस मशीन की खासियत यह है कि ना केवल गर्म हवा बल्कि बदबू को भी बाहर का रास्ता दिखा देती है. अगर मौसम बारिश का है तो टर्बो वेंटिलेटर को नमी के साथ आसानी से निपटना भी लेता है.
आपको जानकर बेहद हैरानी होगी कि इस मशीन को चलाने के लिए बिजली की आवश्यकता नहीं होती है. मशीन अंदर गर्म हवा जमा होती रहती है. जैसे ही ये हवा वेंटिलेटर के टरबाइन में इकट्ठा होती है वैसे ही वेंटिलेटर में लगी हुई बेल्ट एंटीक्लॉकवाइज घूमकर गर्म हवा को फैक्ट्री से बाहर निकाल देती है.
भयंकर गर्मी में ये मशीन कर्मचारियों को राहत देने का काम करती है. फैक्ट्री में टर्बो वेंटिलेटर कई लोगों को गर्मी से बचाने की क्षमता रखता है. यकीनन आप कभी इस मशीन के बारे में नहीं सोचा होगा. अक्सर कई बार जिन चीजों को हम नजरअंदाज कर देते हैं, वो हमारे कंफर्ट का ध्यान रखने के लिए बनाई जाती हैं.
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