इस शहर में पानी नहीं पीया जाता है,पीते है….

इस शहर में कोका-कोला बना धार्मिक ड्रिंक,लोगों ने प्रसाद के रूप में लेना शुरू....Coca-Cola became a religious drink in this city, people started taking it as Prasad.

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इस शहर में पानी नहीं पीया जाता है,पीते है….

Shikha Pandey

  • August 21, 2024 6:07 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली : भारत के किसी शहर में आप रहते हो और अगर आपको प्यास लगती है तो आप पानी पिएंगे.लेकिन ऐसा हर जगह नहीं होता.मैक्सिको के एक शहर चियापास में लोगों को जब प्यास बूझाने के लिए पानी पीने के बजाय कोका-कोला पीना पसंद करते हैं.यहां के लोग अधिकतर लोग कोका-कोला पीते हैं. कंपनी ने यहां कोक की कीमतें भी पानी के बराबर कर दी हैं.चलिए अब आपको बताते हैं कि आखिर लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं.

धर्म से जुड़ा है मामला

कोका-कोला यहां पर साल 1960 में आया.कुछ ही दिनों में इसकी लोकप्रियता काफी बढ़ गई.चियापास के धार्मिक नेताओं ने कोका-कोला को पानी की जगह धार्मिक सभाओं में रखना शुरू कर दिया.धीरे-धीरे इस शहर में कोक एक धार्मिक ड्रिंक बन गया और लोगों ने इसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करना शुरू कर दिया है.बता दें इस शहर में कोका कोला की एक प्लांट लग गई.जिसकी कारण कोका कोला की कीमतें काफी ज्यादा कम हो गईं.आज हालात ऐसे हो गई कि यहां का प्रत्येक व्यक्ति एक साल में करीब 800 लीटर कोका कोला पी जाता है.

लोगों को लत लग गई है

ऑडिटी सेंट्रल वेबसाइट की एक रिपोर्ट के अनुसार पिछले 50 साल में यहां के लोगों ने इतना अधिक कोका कोला पिया कि अब लोगों को इसकी लत लग गई है. बच्चे, बूढ़े और जवान सब इस लत के शिकार हो गये है. यहां लोग अपनी प्यास बुझाने के लिए पानी की जगह कोका कोला की तलाश करते हैं.यहां रहने वाला हर व्यक्ति एक दिन में करीब 2 लीटर कोका कोला पी जाता है.

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