तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां तलाक के बाद गुजारा भत्ता के तौर पर अपनी पत्नी को पैसे देने पहुंचे पति ने 80,000 रुपये के सिक्के जमा कराए। वहीं जब ड्राइवर दो सफेद थैलों में सिक्के लेकर कोर्ट पहुंचा, तो जज और वहां मौजूद लोग इसे देखकर हैरान रह गए।
नई दिल्ली: तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जहां तलाक के बाद गुजारा भत्ता के तौर पर अपनी पत्नी को पैसे देने पहुंचे पति ने 80,000 रुपये के सिक्के जमा कराए। यह घटना 18 दिसंबर को कोयंबटूर की एडिशनल फैमिली कोर्ट में हुई। बता दें 37 वर्षीय टैक्सी ड्राइवर, जो वड़ावल्ली का निवासी है. उसको कोर्ट ने आदेश दिया था कि वह अपनी पत्नी को अंतरिम गुजारा भत्ता के रूप में 2 लाख रुपये जमा कराए। इस आदेश का पालन करते हुए उसने 80,000 रुपये 1 और 2 रुपये के सिक्कों में जमा करने के लिए कोर्ट में पेश किए।
वहीं जब ड्राइवर दो सफेद थैलों में सिक्के लेकर कोर्ट पहुंचा, तो जज और वहां मौजूद लोग इसे देखकर हैरान रह गए। जज ने तुरंत ड्राइवर से कहा कि वह सिक्कों की जगह नोट लेकर आए। इसके बाद ड्राइवर ने अगले दिन 80,000 रुपये नोट के रूप में जमा करने का आश्वासन दिया। ड्राइवर का यह कदम कोर्ट में मौजूद लोगों के लिए हैरानी का विषय बन गया। हालांकि, ड्राइवर का कहना है कि वह पेशे से टैक्सी ड्राइवर है और इतने पैसे जुटाने में उसे काफी मुश्किल हुई। उसने बताया कि उसके पास सिक्कों में जमा राशि ही उपलब्ध थी, इसलिए उसने इसे जमा कराने की कोशिश की।
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ड्राइवर सिक्कों से भरे थैले लेकर अदालत से बाहर निकल रहा था, तो किसी ने इसका वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया। यह वीडियो अब तेजी से वायरल हो रहा है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है। बता दें ड्राइवर की पत्नी ने पिछले साल कोर्ट में तलाक की अर्जी दायर की थी। इसके बाद कोर्ट ने अंतरिम भरण-पोषण के लिए 2 लाख रुपये गुजारा भत्ता का आदेश दिया। ड्राइवर ने अब तक 80,000 रुपये जमा कराए हैं और शेष राशि के लिए समय मांगा है। यह मामला सोशल मीडिया पर काफी सुर्खियां बटोर रहा है, जहां कुछ लोग इसे पति का विरोध का तरीका मान रहे हैं, तो कुछ इसे न्याय प्रक्रिया का मजाक बता रहे हैं।
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