बीजिंग: आपने किराए पर मिलने वाली कई चीजों के बारे में सुना होगा, जैसे घर, गाड़ी या फैक्ट्री, लेकिन क्या कभी किराए के मां-बाप के बारे में सुना है? चीन में इन दिनों एक अजीब ट्रेंड देखने को मिल रहा है, जहां लोग अपने बच्चों की परवरिश के लिए किराए पर प्रोफेशनल माता-पिता हायर कर रहे हैं। यह ट्रेंड चीन में तेजी से बढ़ रहा है और लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है।
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, चीन में कई माता-पिता अपने बच्चों की देखभाल के लिए किराए पर प्रोफेशनल पेरेंट्स हायर कर रहे हैं। इन पेरेंट्स को “प्रोफेशनल पेरेंट्स” के नाम से जाना जा रहा है। समय की कमी और व्यस्त जीवनशैली के कारण, कई दंपत्ति अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते, इसलिए वे इन पेशेवर माता-पिता की सेवाएं ले रहे हैं। एक पीएचडी छात्र ने इन प्रोफेशनल्स का इंटरव्यू लिया और पाया कि इनमें से ज्यादातर लोग बेहद पढ़े-लिखे हैं और हार्वर्ड, कैम्ब्रिज, और सिंघुआ जैसी प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटीज से ग्रेजुएट हैं।
ये किराए के पेरेंट्स ज्यादातर वे लोग हायर कर रहे हैं जिनके पास पैसा तो खूब है, लेकिन समय की भारी कमी है। ऐसे लोग अपने बच्चों की अच्छी परवरिश के लिए रेंटल पेरेंट्स की सेवाएं ले रहे हैं। इससे चीन के बेरोजगार लेकिन शिक्षित लोगों को रोजगार मिल रहा है और बच्चों को भी उचित देखभाल और माता-पिता का अहसास मिल रहा है।
ये किराए के पेरेंट्स सुबह बच्चों को उठाने से लेकर, नाश्ता कराने, स्कूल ले जाने और होमवर्क कराने तक की सारी जिम्मेदारी निभाते हैं। शाम को बच्चों को गार्डन में घुमाने का काम भी इन्हीं के हाथ में होता है। इस तरह, ये रेंटल पेरेंट्स पूरी जिम्मेदारी के साथ बच्चों की देखभाल करते हैं।
हर रेंटल पेरेंट का काम करने का समय अलग-अलग होता है। रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण-पश्चिम चीन के चोंगकिंग की सोंग सियू शाम 5:30 बजे से रात 8:30 बजे तक काम करती हैं। इस दौरान, वह बच्चे के साथ रहती हैं, उन्हें होमवर्क में मदद करती हैं और खेलकूद या अन्य गतिविधियों के लिए बाहर ले जाती हैं। रेंटल पेरेंट्स की मासिक सैलरी 10,000 युआन से 30,000 युआन (लगभग 1.17 लाख रुपये से 3.51 लाख रुपये) के बीच होती है। इस नए ट्रेंड से चीन में बेरोजगार शिक्षित लोगों को रोजगार मिलने के साथ-साथ, बच्चों को भी बेहतर परवरिश और माता-पिता का साथ मिल रहा है। हालांकि, यह चलन जहां एक ओर सुविधाजनक है, वहीं परिवार के साथ बिताए जाने वाले समय की कमी को भी उजागर करता है।
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