नई दिल्ली। इन दिनों जापान के टोक्यो का एक कैफे काफी चर्चा में बना हुआ है। दरअसल, फोर्ब्स के अनुसार नेगेटिव कैफे और बार मोरी ओउची टोक्यो (Unique Restaurant in Japan) के शिमोकिताज़ावा में है। जिसे खास तौर पर निगेटिव माइंडसेट वाले लोगों के लिए एक सुखदायक स्थान के रूप में बनाया गया है। बताया […]
नई दिल्ली। इन दिनों जापान के टोक्यो का एक कैफे काफी चर्चा में बना हुआ है। दरअसल, फोर्ब्स के अनुसार नेगेटिव कैफे और बार मोरी ओउची टोक्यो (Unique Restaurant in Japan) के शिमोकिताज़ावा में है। जिसे खास तौर पर निगेटिव माइंडसेट वाले लोगों के लिए एक सुखदायक स्थान के रूप में बनाया गया है। बताया जाता है कि इस कैफे के मालिक खुद अवसाद से पीड़ित हैं। जिन्होंने 2020 में कोविड के दौरान इस कैफे को खोलने का फैसला किया।
फोर्ब्स के अनुसार, कैफे के मालिक का कहना है कि लोग हमेशा कहते हैं कि पॉजिटिव होना अच्छा है और नेगेटिव होना बुरा है लेकिन मुझे नहीं लगता कि नेगेटिव सोच रखना इतनी बुरी बात है। बहुत से नेगेटिव लोग रिजर्व नेचर के होते हैं और वह दयालु भी होते हैं। इसी कारण मैंने सोचा कि ऐसे लोगों के लिए एक कम्फर्ट जगह होनी चाहिए। मीडिया रिपोट्स के अनुसार, कैफे में वुडलैंड डेकोरेशन और प्राइवेट रूम भी बनाया गया है। जहां रेस्टोरेंट में आने वाले ग्राहक खुद को फ्री फील कर सकते हैं। साथ ही यहां कि एक खास बात यें भी है कि इस रेस्टोरेंट में केवल महिलाओं को एंट्री दी जाती है। यहां पुरुषों को आने की परमिशन तभी मिलती है, जब उनके साथ कोई महिला ग्राहक होती है।
यही नहीं, इस रेस्टोरेंट में बाहर से खाना लाने के लिए कोई मनाही नहीं है। कैफे में आपको कम से कम कोई एक ड्रिंक ऑर्डर करनी पड़ती है। ये ऑर्डर 300 से कम का नहीं होना चाहिए। ऐसा करने से एंट्री शुल्क में 100 येन की छूट दी जाती है। इसके अलावा कैफे के बारे में एक और दिलचस्प बात जो है वो ये कि इसका कॉकटेल मेनू, जिसमें विचित्र रूप से लंबे नाम दिए गए हैं। कुछ कॉकटेल के नाम तो इस प्रकार हैं- मेरे बर्थ डे पर मेरी मां ने मुझे एक खरबूजा भेजा था लेकिन मेरे पास उसे यह बताने की हिम्मत नहीं थी कि, अब मुझे खरबूजा पसंद नहीं है, मेरे पिताजी के बारे में सिर्फ एक अच्छी बात यह थी कि वह एक ईमानदार व्यक्ति थे, लेकिन 22 साल पहले वह अचानक गायब हो गए, एक पत्र छोड़कर जिसमें लिखा था कि ‘पेगासस’ असली हैं और ‘कल, मैंने एक शापित कोकेशी गुड़िया को जंगल में दफनाया था, मगर मैं सुबह उठा तो वो मेरी शेल्फ पर ही थी।’
इसके अलावा जापान में एक और रेस्टोरेंट ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया हुआ है। नागोया में स्थित शचीहोको-या नाम के इस रेस्टोरेंट में लोग खुद से भोजन परोसने से पहले अपने चेहरे पर थप्पड़ मारते हैं। यहां मात्र 300 जापानी येन (170 रुपये) के लिए किमोनो पोशाक वाली वेट्रेस एक ग्राहक के चेहरे पर अपनी हथेलियों से बार-बार थप्पड़ मारती हैं। यह सेवा जापानी पुरुषों और महिलाओं, साथ ही विदेशी पर्यटकों दोनों के बीच काफी प्रसिद्ध है।