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चीन में अनोखी सजा: 8 साल के बच्चे ने गिटार बजाकर चुकाया हर्जाना

नई दिल्ली: बच्चे अक्सर शरारत करते हैं और कभी-कभी उनकी हरकतों से पैरेंट्स को गुस्सा आ जाता है। ऐसा ही एक मामला चीन में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक 8 साल के बच्चे ने अपने स्कूल की दीवार पर स्केच बना दिया था। इसके बाद उसके पिता ने उसे एक ऐसी अनोखी सजा […]

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चीन में अनोखी सजा: 8 साल के बच्चे ने गिटार बजाकर चुकाया हर्जाना
  • June 12, 2024 10:25 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 months ago

नई दिल्ली: बच्चे अक्सर शरारत करते हैं और कभी-कभी उनकी हरकतों से पैरेंट्स को गुस्सा आ जाता है। ऐसा ही एक मामला चीन में चर्चा का विषय बना हुआ है। एक 8 साल के बच्चे ने अपने स्कूल की दीवार पर स्केच बना दिया था। इसके बाद उसके पिता ने उसे एक ऐसी अनोखी सजा दी, जो आपको हैरान कर देगी।

स्कूल की दीवार पर स्केच बनाने की सजा

यह घटना चीन के शांक्सी प्रांत की है। बच्चे ने स्कूल की दीवार पर स्केच बना दिया था, जिसके बाद स्कूल प्रशासन ने उसके माता-पिता को बुलाकर शिकायत की। पिता ने बच्चे को सजा देने के लिए उसे गिटार के साथ सड़क पर बैठा दिया और कहा कि वह गिटार बजाकर पैसे कमाए, ताकि स्कूल की दीवार को हुए नुकसान की भरपाई की जा सके।

3 दिन तक सड़क पर गाना गाया

एक रिपोर्ट के अनुसार, बच्चे ने लगातार तीन दिनों तक सड़क पर गिटार बजाया और गाना गाया। उसके हाथ में एक नोट था, जिस पर लिखा था, “मैंने अपने स्कूल की दीवार को नुकसान पहुंचाया है और मुझे उस गलती की भरपाई के लिए 300 युआन (करीब 3686 रुपये) कमाने हैं।”

सड़क पर गाना गाओ, पैसे कमाओ', पिता ने छोटी सी गलती पर 8 साल के बेटे को दी  विचित्र सजा | Chinese Man gave his son an unusual punishment For Damaging  School

पिता का बयान

वही की एक मीडिया से बात करते हुए बच्चे के पिता ने बताया, “मेरे बेटे ने स्कूल की दीवार पर चित्र बनाए थे , जिसका हाल ही में नवीनीकरण हुआ था। स्कूल के साथ बात के बाद हमने उससे उसकी गलती के लिए हर्जाना वसूलने का फैसला किया। हमें उम्मीद है कि इस स्ट्रीट परफॉरमेंस के जरिए वह जिम्मेदारी लेना सीख जाएगा।” उन्होंने आगे बताया, “बच्चे ने लगातार तीन दिनों तक हर दिन एक घंटे परफॉर्म किया और हर्जाना चुकाने के लिए पर्याप्त पैसे कमा लिए।”

इस घटना ने सोशल मीडिया पर लोगों का ध्यान खींचा और बच्चों की परवरिश के तरीके पर नई बहस छेड़ दी है। इस तरह की अनोखी सजा से बच्चों को सीख जरूर मिलती है, लेकिन इसकी प्रभावशीलता और सही या गलत होने पर चर्चा जारी है।

 

 

 

 

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