साल में एक ही बार मिलती है ये मिठाई, शाम तक खत्म हो जाता है स्टॉक, दस दिन पहले से बनाने लगते हैं हलवाई

नई दिल्ली: भारत में कई पर्व मनाए जाते हैं, क्योंकि यहां कई धर्म के लोग रहते हैं, इसी वजह से हर कुछ दिनों में किसी ना किसी रिलिजन का त्योहार मनाया ही जाता है. कभी ईद, कभी दिवाली तो कभी क्रिसमस जैसे त्योहार मनाई जाती है. राजस्थानी समाज के लोग गणगौर बहुत ही धूमधाम से […]

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साल में एक ही बार मिलती है ये मिठाई, शाम तक खत्म हो जाता है स्टॉक, दस दिन पहले से बनाने लगते हैं हलवाई

Deonandan Mandal

  • April 11, 2024 8:59 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 months ago

नई दिल्ली: भारत में कई पर्व मनाए जाते हैं, क्योंकि यहां कई धर्म के लोग रहते हैं, इसी वजह से हर कुछ दिनों में किसी ना किसी रिलिजन का त्योहार मनाया ही जाता है. कभी ईद, कभी दिवाली तो कभी क्रिसमस जैसे त्योहार मनाई जाती है. राजस्थानी समाज के लोग गणगौर बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं. इसे हिन्दुओं के तीज की तरह ही मनाया जाता है. गणगौर पर अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए महिलाएं गौरी-शंकर की पूजा करती हैं।

वहीं गणगौर पर्व पर एक ख़ास तरह की मिठाई बनाई जाती है. ये मिठाई साल में सिर्फ एक बार ही बनाई जाती है. गणगौर पर्व से दस बारह दिन पहले इसे बनाने की तैयारी शुरू हो जाती है. त्यौहार के दिन इसे खूब खरीदा जाता है. गणगौर पर्व के अगले दिन से ये मिलना बंद हो जाता है. गुना नाम की मिठाई के बारे में हम बात कर रहे हैं. खासतौर पर गणगौर के लिए इसे बनाया जाता है।

इसके लिए सालभर करते हैं इंतजार

गणगौर के मौके पर इस मिठाई को बनाया जाता है. इसका स्वाद ऐसा है कि बनते ही इसे खरीद लिया जाता है. इसका स्वाद अन्य मिठाइयों से बहुत अलग होता है. गणगौर से 10 दिन पहले ही इसकी तैयारी में हलवाई लग जाते हैं. इसकी ऐसी डिमांड होती है कि त्यौहार के दिन मिलना मुश्किल हो जाता है. इसे खरीदने के लिए दुकानों पर लंबी कतार में लोग खड़े नजर आते हैं।

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