अगर किसी को सोने की खदान के बारे में पता चले, तो लोग उसे हासिल करने के लिए दौड़ पड़ते हैं। लेकिन दुनिया में एक ऐसा शहर भी है
नई दिल्ली: अगर किसी को सोने की खदान के बारे में पता चले, तो लोग उसे हासिल करने के लिए दौड़ पड़ते हैं। लेकिन दुनिया में एक ऐसा शहर भी है, जो सोने के खजाने पर बसा होने के बावजूद वीरान है। इस शहर का नाम है ला रिनकोनाडा, जो दक्षिण अमेरिकी देश पेरू में स्थित है।
ला रिनकोनाडा शहर में सोने की इतनी खदानें हैं कि यहां का सोना कई देशों की अर्थव्यवस्था सुधार सकता है। लाखों लोग करोड़पति बन सकते हैं, फिर भी यहां के लोग इतने भाग्यशाली नहीं हैं। यह शहर 5500 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जिससे इसे दुनिया का सबसे ऊंचा शहर माना जाता है। इतनी ऊंचाई पर होने की वजह से इसे अंतरिक्ष के सबसे नजदीक शहर का दर्जा दिया गया है।
इस शहर की सबसे बड़ी समस्या इसकी ऊंचाई है, जहां ठंड इतनी ज्यादा होती है कि तापमान माइनस में चला जाता है। यहां का औसत तापमान ग्रीनलैंड जितना ठंडा रहता है। इसके साथ ही, यहां का ऑक्सीजन स्तर बहुत कम है। सामान्य जगहों की तुलना में यहां केवल 50% ऑक्सीजन ही उपलब्ध होती है। यहां के लोग तो इस माहौल के आदी हो चुके हैं, लेकिन बाहर से आने वालों के लिए यहां रहना बेहद कठिन है।
एंडीज़ पर्वत में बसा ला रिनकोनाडा शहर अपने नीचे सोने की खदानों को छुपाए हुए है। हालांकि, यहां सोने की खुदाई कानूनी रूप से अनुमति नहीं है, लेकिन फिर भी कई कंपनियां अवैध रूप से सोने का खनन करती हैं। यहां के लोगों की जीविका इन खनन कंपनियों पर निर्भर करती है। पुरुष खदानों में काम करते हैं और महिलाएं पत्थरों में सोने के छोटे कण खोजती हैं।
यहां के कर्मचारियों को 30 दिनों तक बिना वेतन के काम करना पड़ता है। 31वें दिन उन्हें खदान से जितना संभव हो सके, उतना सोने का अयस्क निकालने की अनुमति मिलती है, जिसे वे अपनी मेहनत की कमाई मानते हैं। लेकिन संसाधनों की कमी के कारण, उनकी मेहनत का सही मूल्य नहीं मिल पाता है।
ला रिनकोनाडा में न तो कोई प्रशासन है और न ही सरकार का कोई नियंत्रण। यहां न सड़कें हैं, न ही जल निकासी की व्यवस्था। लोग अपनी किस्मत और खदानों के भरोसे जीते हैं। इस शहर में रहना जितना कठिन है, उतना ही हैरान करने वाला है कि इतने बड़े सोने के भंडार पर बसा होने के बावजूद यहां जीवन इतना मुश्किल है।
हालांकि, पर्यटक इस शहर की ऊंचाई और सोने के खजाने को देखने आते हैं, लेकिन यहां रहना बेहद मुश्किल है। इस शहर में सुविधाओं की कमी और कठिन हालातों की वजह से कोई भी यहां बसने को तैयार नहीं होता, चाहे यहां सोने का कितना भी बड़ा भंडार क्यों न हो।
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