Advertisement
  • होम
  • खबर जरा हटकर
  • ये हैं ऐसे 10 देश जहां नाममात्र के खर्चे पर मिलती है बेहतर शिक्षा

ये हैं ऐसे 10 देश जहां नाममात्र के खर्चे पर मिलती है बेहतर शिक्षा

बेहतर शिक्षा पाना कौन नहीं चाहता है, लेकिन पढ़ाई का खर्च सबके सपनों को चूर कर देता है. आज हम आपको 10 ऐसे देशों के नाम बताने जा रहे हैं जहां नाममात्र के खर्चे पर बेहतर शिक्षा प्रदान की जाती है.

Advertisement
ten countries provide higher education on nominal charge
  • March 22, 2018 4:19 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

नई दिल्ली: हर मां-बाप चाहते हैं कि उनके बच्चे खूब पढ़े-लिखे और बड़ा आदमी बने. इतना ही नहीं उनका बेटा या बेटी विदेशों में जाकर पढ़े और उनका नाम रोशन करें. ऐसे में विदेशों में पढ़ाई पर भारी-भरकम खर्च देखकर उनके हर ख्वाबों पर पानी फिर जाता है. सिर्फ विदेशों में ही नहीं आजकल देश में भी बेहतर शिक्षा प्राप्त करना आम आदमी के लिए एक सपना बनता जा रहा है. लेकिन आज हम आपको दुनिया के ऐसे 10 शैक्षिक संस्थानों के नाम बताने जा रहे हैं जहां बहुत ही कम खर्च पर बेहतर शिक्षा दी जाती है.

स्वीडन

स्वीडन की ईयू, ईईए और नॉर्डिक ऐसी यूनिवर्सिटी हैं जो देश से बाहर के नागरिकों से ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट के लिए केवल ऐप्लिकेशन और ट्यूशन फीस लेती हैं.

नॉर्वे
नॉर्वे में ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और डॉक्टोरेट लेवल की पढ़ाई पूरी तरह मुफ्त हैं, हालांकि आपको इसके लिए नॉर्वे की भाषा नॉर्वेगियन पर दक्षता हासिल होनी चाहिए, क्योंकि ज्यादातर अंडरग्रेजुएट कोर्स इसी भाषा में पढ़ाए जाते हैं.

फिनलैंड
फिनलैंड में इंग्लिश में पढ़ाए जाने वाले बैचलर्स और मास्टर्स की पढ़ाई के लिए मामूली सी फीस वसूल की जाती है. जबकि 2018 से पहले यहां देश से बाहर के नागरिकों से कोई ट्यूशन फीस नहीं ली जाती थी.

जर्मनी
जर्मनी मुफ्त और सबसे कम खर्च में हायर एजुकेशन देने के लिस्ट में पहले नंबर पर है. जर्मनी में केवल आपसे 11,500 से लेकर 19,000 रुपए तक की फीस वसूल की जाती है.

फ्रांस

फ्रांस में अच्छी शिक्षा यानी हायर एजुकेशन करीब मुफ्त है क्योंकि कुछ प्राइवेट यूनिवर्सिटीज ही सिर्फ फीस लेती है, वो भी एकदम मामूली.

चेक गणराज्य

चेक गणराज्य में देश के सभी नागरिकों के लिए शिक्षा मुफ्त है. हालांकि यहां इंग्लिश में पढ़ने के लिए करीब 70,000 रुपए फीस देनी पड़ती है.

बेल्जियम

बेल्जियम में बाहर के देशों के छात्रों को मामूली सी फीस देनी पड़ती है जो उनके जेब पर भारी नहीं लगती है.

ऑस्ट्रिया
ऑस्ट्रिया में यूरोपीय यूनियन के बाहर के छात्रों को करीब 55,000 रुपए फीस देनी पड़ती है.

ग्रीस

यहां विदेशी देश के बाहर के सभी छात्रों को बहुत किफायती शिक्षा मुहैया कराई जाती है और यहां रहना और खाने-पीने का खर्च भी बहुत कम है.

स्पेन
यूरोपीय संघ के नागरिकों को मुफ्त यूनिवर्सिटी एजुकेशन ऑफर करता है और यूरोपीय संघ के बाहर के छात्रों से बहुत ही मामूली फीस ली जाती है.

सीलिंग के विरोध में सड़कों पर उतरे व्यापारियों का आज दिल्ली बंद, निकालेंगे सीलिंग की शवयात्रा

CBSE NEET 2018 Exam: नीट परीक्षा के लिए अब अनिवार्य नहीं आधार कार्ड, आवेदन की अंतिम तारीख बढ़ी

Tags

Advertisement