नई दिल्ली: सफेद चेहरे वाली महिला की मासूमियत देखकर पुलिस वाले भी धोखा खा गए. सुंदरता के पीछे उसने अपने काली करतूत को छिपा लिया और पुलिस को भनक तक नहीं लगी. दुनियाभर में इस महिला का नाम समांथा ल्यूथवेट से प्रसिद्ध है. समांथा ने ब्रिटेन के कॉलेज में पढ़ाई के बाद ब्रिटेन के छब्बीस […]
नई दिल्ली: सफेद चेहरे वाली महिला की मासूमियत देखकर पुलिस वाले भी धोखा खा गए. सुंदरता के पीछे उसने अपने काली करतूत को छिपा लिया और पुलिस को भनक तक नहीं लगी. दुनियाभर में इस महिला का नाम समांथा ल्यूथवेट से प्रसिद्ध है. समांथा ने ब्रिटेन के कॉलेज में पढ़ाई के बाद ब्रिटेन के छब्बीस नागरिकों को ट्रेन में जान से मार दिया. इसके अलावा समांथा ने तीन लोगों को केन्या में भी मारा. आखिर क्यों मारा… आइए जानते हैं।
आपको बता दें कि उत्तरी आयरलैंड में समांथा ल्यूथवेट का जन्म होने के बाद उनका पूरा परवरिश इंग्लैंड में हुआ था. जब समांथा ल्यूथवेट कुछ समझने लगी थी तब उसके माता-पिता का तलाक हो गया था. साल 2005 के वक्त इराक में युद्ध होने की वजह से ब्रिटेन में भी इसके खिलाफ प्रदर्शन चल रहे थे और यहीं से समांथा ल्यूथवेट की जिंदगी में बदलाव आया. इराक में चल रहे युद्ध के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शनों ब्रिटेन में समांथा ने भाग लिया. इसी दौरान उसकी मुलाकात जर्मेन लिंडसे से हुई और समांथा उसको पसंद करने लगी. बाद में समांथा उसका धर्म अपना लिया। बता दें, 2005 में लंदन के बड़े शहर में फिदायीन हमला हुआ था जिसमें 26 लोग मारे गए थे।
बाद में पता चला था कि इस घटने को अंजाम देने वाली समांथा ही थी. लेकिन पुलिस को चकमा देकर समांथा ने देश छोड़कर केन्या चली गई. जानकारी के अनुसार समांथा ने साल 2012 में केन्या के मोम्बासा में भी हमला करवाया था जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई थी. समांथा को पकड़ने के लिए रेड कॉर्नर नोटिस भी जारी किया गया था. इसके बावजूद भी समांथा पकड़ी नहीं गई.
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