नई दिल्ली, प्यार की कोई सीमा नहीं होती. ऐसा ही सनक के साथ भी है. ऐसा ही किया थाईलैंड के 72 वर्षीय शख्स चरण जनवाचकल ने. जो अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद उनकी जुदाई बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने अपनी मृत पत्नी के शव को अपने घर में ही रखने का फैसला लिया. […]
नई दिल्ली, प्यार की कोई सीमा नहीं होती. ऐसा ही सनक के साथ भी है. ऐसा ही किया थाईलैंड के 72 वर्षीय शख्स चरण जनवाचकल ने. जो अपनी पत्नी की मृत्यु के बाद उनकी जुदाई बर्दाश्त नहीं कर सका और उसने अपनी मृत पत्नी के शव को अपने घर में ही रखने का फैसला लिया. ये खबर जितनी चौका देने वाली है उतनी ही अजीब भी. जहां शख्स का प्यार ही उसकी पत्नी के अंतिम संस्कार में बाधा बनता रहा. दरअसल वर्ष 2001 में जनवाचकल की पत्नी की मृत्यु के जन्मजात बीमारी के कारण हो गई थी. लेकिन वह इस सदमे को बर्दाश्त नहीं कर पाया. उन्होंने करीब दो दशकों तक अपनी पत्नी को खुद से अलग नहीं होने दिया और उनका ताबूत घर के पास ही छिपा कर रखा.
यह पूरी घटना बैंकॉक (Bangkok) के बंग खेन जिले की है. जहां बैंकॉक फाउंडेशन के एक कर्मचारी द्वारा इस पूरी घटना का खुलासा हो सका. कुछ ही समय पहले जनवाचकल के साथ एक मोटरसाइकल दुर्घटना हुई थी. जिसके बाद से फाउंडेशन का कर्मचारी रोज उन्हें देखने उनके घर जाया करता था. इस दौरान जब कर्मचारी ने घर के पीछे गंदे कचरे की जगह से ताबूत को निकला तब इस पूरी घटना का खुलासा हो पाया. शख्स पर किसी भी प्रकार की कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जा रही है. शख्स ने अपनी पत्नी की मृत्यु को पहले ही अधिकारियों के पास दर्ज़ करवाया था. हालांकि उनके लगाव और दो बेटों के घर छोड़कर जाने के बाद उन्होंने कभी अपनी पत्नी को खुदसे अलग नहीं होने दिया।
वह अपनी पत्नी के शव को बगल के एक छोटे से कमरे में रखता था. जानकारी के मुताबिक शख्स शव के साथ बातचीत भी किया करता था. इस पूरे रेस्क्यू की एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी है. वीडियो में कुछ कर्मचारी ताबूत को निकालते नज़र आ रहे है, और शख्स अपनी पत्नी का ज़िक्र करते हुए उससे बात भी करता है और कहता है, “आप बस एक छोटे समय के लिए जा रही हैं और आप फिर से घर वापस आ जाएंगी. यह लंबा नहीं होगा, मैं वादा करता हूं.” जानकारी के मुताबिक 72 वर्षीय ये शख्स सुशिक्षित भी है. उसके पास कई डिग्रीयां भी मौजूद है.
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