जयपुर: राजस्थान के जोधपुर जिले से एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा हैं। बता दें, यहां के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक ने अपनी पढ़ाई के प्रति समर्पण की ऐसी मिसाल पेश की है, जो शायद ही कहीं और देखने को मिले। यह मामला […]
जयपुर: राजस्थान के जोधपुर जिले से एक ऐसा अनोखा मामला सामने आया है, जो सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर रहा हैं। बता दें, यहां के एक सरकारी स्कूल में पढ़ाने वाले शिक्षक ने अपनी पढ़ाई के प्रति समर्पण की ऐसी मिसाल पेश की है, जो शायद ही कहीं और देखने को मिले। यह मामला जोधपुर के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का है, जो शेरगढ़ पंचायत समिति के अंतर्गत आता है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि शिक्षक अपनी शादी वाले दिन, दूल्हे के लिबास में स्कूल पहुंच गया और छात्रों को पढ़ाने लगा। शिक्षक ने शेरवानी पहनी हुई थी और सिर पर साफा बांधा हुआ था, जिससे वह पूरी तरह से दूल्हे के रूप में नजर आ रहा था। इस दौरान उन्होंने ब्लैकबोर्ड पर ‘पढ़ाई जीवन का आधार है’ लिखकर छात्रों को पढ़ाई का महत्व समझाया। शादी के फेरों के समय, जब ज्यादातर दूल्हे अपनी दुल्हन के साथ मंडप में होते हैं, तब यह शिक्षक मंडप को छोड़कर स्कूल में बच्चों को पढ़ाने आ गया। उन्होंने न सिर्फ बच्चों को पढ़ाया, बल्कि स्कूल के स्टाफ से आशीर्वाद भी लिया। स्टाफ ने भी नई नवेली दुल्हन और शिक्षक के साथ फोटो खिंचवाकर उन्हें बधाई दी।
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यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है और इसे अब तक लाखों बार देखा जा चुका है। सोशल मीडिया यूजर्स भी इस पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। एक यूजर ने मजाकिया अंदाज में लिखा, “ये पक्का मैथ का टीचर लगता है।” वहीं, दूसरे यूजर ने लिखा, “ऐसे टीचर तो हमारे समय में होते थे, घर में कोई मर जाए फिर भी पढ़ाने जाना है।”
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