Tana Bhagat Movement: अनन्या मुगलसराय से रांची के लिए नई दिल्ली रांची स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस में सवार हुई थी. लातेहार जिला स्थित टोरी में टाना भगतों के रेलवे ट्रैक पर चल रहे आंदोलन की वजह से डालटनगंज में ट्रेन रोक दी गई. पहले तो अधिकारियों ने सोचा कि आंदोलन कुछ घंटों में खत्म हो जाएगा तो ट्रेन रांची पहुंचा दी जाएगी, लेकिन आंदोलन खत्म नहीं हुआ तो रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को इसकी जानकारी दी गई.
रांची: रेलवे के इतिहास में ऐसा शायद पहली बार हुआ जब एक लड़की के लिए राजधानी ट्रेन ने 535 किलोमीटर का सफर तय किया. मामला किसी फिल्म का किस्सा लगता है लेकिन है नहीं. मामला रांची का है जहां एक लड़की ने जिद पकड़ ली की जाऊंगी तो राजधानी से ही, बस से जाना होता तो राजधानी की टिकट क्यों लेती? अब तो राजधानी से ही रांची जाना है. दरअसल हुआ यूं कि टाना भगतों के आंदोलन से डालटनगंज स्टेशन पर फंसी राजधानी एक्सप्रेस में सवार अनन्या ने जिद पकड़ ली की चाहे जो हो जाए, वो राजधानी ट्रेन से ही रांची जाएंगी. रेलवे अधिकारियों ने अनन्या को बहुत समझाया कि वो कार से चली जाएं उनके लिए कार की व्यवस्था कर देते हैं लेकिन अनन्या नहीं मानी और आखिरकार रेलवे को झुकना पड़ा और शाम करीब चार बजे राजधानी ट्रेन को डालटनगंज से वापस गया ले जाकर गोमो और बोकारो होते हुए रांची के लिए रवाना करना पड़ा. ट्रेन रात करीब 1.45 बजे रांची रेलवे स्टेशन पहुंची जिसमें से मात्र एक सवारी अनन्या उतरीं.
जानकारी के मुताबिक अनन्या मुगलसराय से रांची के लिए नई दिल्ली रांची स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस में सवार हुई थी. लातेहार जिला स्थित टोरी में टाना भगतों के रेलवे ट्रैक पर चल रहे आंदोलन की वजह से डालटनगंज में ट्रेन रोक दी गई. पहले तो अधिकारियों ने सोचा कि आंदोलन कुछ घंटों में खत्म हो जाएगा तो ट्रेन रांची पहुंचा दी जाएगी, लेकिन आंदोलन खत्म नहीं हुआ तो रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को इसकी जानकारी दी गई.
उन्होंने यात्रियों को बसों से रांची भेजने और ट्रेन को डालटनगंज में ही खड़ी रखने का निर्देश दिया. सारे यात्री बसों में बैठकर चले गए लेकिन अनन्या अड़ गईं. रेलवे अधिकारियों ने अनन्या को कार से रांची भेजने का प्रस्ताव रखा, लेकिन वह तैयार नहीं हुई. वह जिद पर अड़ी रही कि राजधानी एक्सप्रेस से ही रांची जाएगी. रेलवे बोर्ड के चेयरमैन को सारी बात बताई गई. विचार-विमर्श के बाद उन्होंने डीआरएम को निर्देश दिया कि अनन्या को राजधानी एक्सप्रेस से रांची भेजें. साथ ही उनकी सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम हों. ट्रेन को डालटनगंज से सीधे रांची आना था जिसकी दूरी करीब 308 किलोमीटर है लेकिन ट्रेन को गया से गोमो व बोकारो होकर रांची रवाना करना पड़ा. इस तरह ट्रेन को 535 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ी.