पटना: बिहार के भागलपुर से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है जहां जिस व्यक्ति को मरा हुआ समझकर उसका परिवार मातम मना रहा था वह एकाएक जीवित हो गया. दरअसल ये व्यक्ति परिवारवालों को कई सालों बाद जाकर मिला वो भी मोमोज़ खाते समय. ये पूरा मामला भागलपुर के सुल्तानगंज का है […]
पटना: बिहार के भागलपुर से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है जहां जिस व्यक्ति को मरा हुआ समझकर उसका परिवार मातम मना रहा था वह एकाएक जीवित हो गया. दरअसल ये व्यक्ति परिवारवालों को कई सालों बाद जाकर मिला वो भी मोमोज़ खाते समय. ये पूरा मामला भागलपुर के सुल्तानगंज का है जहां से ये हैरान कर देने वाली फ़िल्मी कहानी सामने आई है.
दरअसल 31 जनवरी 2023 को निशांत कुमार नाम का व्यक्ति रहस्यमयी तरीके से अपने ससुराल से गायब हो गया था. उस समय निशांत के साले रविशंकर सिंह ने सुल्तानगंज थाने में अपने जीजा की गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज़ करवाई थी. जहां सालों तक पुलिस उसे खोजती रही लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया. निशांत के पिता सच्चिदानंद सिंह ने अपने समधी नवीन सिंह और उसके बेटे रविशंकर सिंह पर अपहरण का आरोप भी लगाया। हालांकि पांच साल तक निशांत को ढूंढने का प्रयास किया गया फिर उसे मृत मान लिया गया. लेकिन ये कहानी जितनी सीधी दिख रही थी उतनी थी नहीं।
जब सालों बाद निशांत का साला रविशंकर नोएडा आया तो वह इत्तेफाक से नोएडा के सेक्टर 50 में एक मोमोज़ की दुकान पर पहुंचा. वहाँ उसने बड़ी-बड़ी दाढ़ी और मूंछ में मैले कपड़ों के साथ भिखारी जैसा दिखाई देने वाला एक देखा जिसे दुकानदार डांट-डपट कर भगा रहा था. व्यक्ति को देख कर रविशंकर सिंह के मन में संवेदना जाएगी और उसने दुकानदार से गरीब को तंग ना करने के लिए कहा. इसी दौरान जब रविशंकर ने व्यक्ति का नाम पूछा तो पता चला कि ये वो ही निशांत है जो पांच साल पहले गायब हो गया था.
वह जिस भिखारी को मोमोज़ खिला रहा था वो और कोई नहीं उसका जीजा था जिसके अपहरण का आरोप रविशंकर के सिर लगा था. दोनों परिवार के लोग आश्चर्यचकित रह गए हैं. पुलिस ने इस मामले में तत्परता दिखाते हुए निशांत को सुल्तानगंज थाने में बिहार पुलिस को सुपुर्द किया. मंगलवार को निशांत की पेशी होगी जिसके बाद उससे पूछताछ की जाएगी कि क्या उसका अपहरण हुआ था या वह लापता हो गया था. एक सवाल ये भी है कि आखिर निशांत दिल्ली कैसे पहुंचा और पहुंचा तो उसकी हालत भिखारी के सामान कैसे हो गई?
Biparjoy के कारण 67 ट्रेनें हुई रद्द, बन सकता है सबसे लंबी अवधि वाला तूफान