IRCTC : साइकिल से भी कम रफ़्तार में चलती है भारत की ये ट्रेन! जानिए कारण

नई दिल्ली : आपने भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन के बारे में तो सुना होगा लेकिन क्या आपने कभी भारत की सबसे धीमी चलनेवाली ट्रेन के बारे में सुना है? जिस तरह भारत के शिमला में टॉय ट्रेन एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है. ठीक उसी तरह तमिलनाडु में भी डेमी रफ़्तार से चलने […]

Advertisement
IRCTC : साइकिल से भी कम रफ़्तार में चलती है भारत की ये ट्रेन! जानिए कारण

Riya Kumari

  • October 26, 2022 10:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली : आपने भारत की सबसे तेज चलने वाली ट्रेन के बारे में तो सुना होगा लेकिन क्या आपने कभी भारत की सबसे धीमी चलनेवाली ट्रेन के बारे में सुना है? जिस तरह भारत के शिमला में टॉय ट्रेन एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है. ठीक उसी तरह तमिलनाडु में भी डेमी रफ़्तार से चलने वाली ट्रेन सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियों में है.

सबसे धीमी ट्रेन है यहां

धीमी गति से चलने वाली इस ट्रेन का नाम मेट्टुपालयम ऊटी नीलगिरि पैसेंजर ट्रेन है. यह आधिकारिक रूप से देश की सबसे धीमी गति से चलने वाली ट्रेन है. इसकी रफ़्तार केवल 10 किलोमीटर प्रति घंटा है. सबसे तेज चलने वाली ट्रेन से तुलना करें तो ये ट्रेन करीब 16 गुना धीमी चलती है. जानकारी के अनुसार इस ट्रेन की रफ़्तार किसी साइकिल जितनी ही है. 46 किमी की दूरी तय करने के लिए ये ट्रेन लगभग 5 घंटों का समय लगाती है. ऐसा इसलिए क्योंकि ये ट्रेन पहाड़ी इलाकों में चलती है.

इसलिए होती है मद्धम रफ़्तार

बता दें, ट्रेन के बाहर का नज़ारा कमाल का होता है. इसलिए ये ट्रेन अपनी रफ़्तार कम ही रखती है ताकी यात्री इसका भी आनंद ले सके. ट्रेन की इस रफ़्तार से आप दिल ,कभी नहीं भरेगा और आपको इस सफर से प्यार हो जाएगा. आपको बता दें, इस ट्रेन को दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे के विस्तार के रूप में संयुक्त राष्ट्र निकाय यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल बताया गया है. नीलगिरि पर्वतीय रेलवे का निर्माण साल 1854 में प्रस्तावित हुआ था. लेकिन कठिनाई के कारण काम 1891 से शुरू हुआ था जिसका काम साल 1908 में बनकर पूरा हुआ. रेलवे ने बताया है कि इस ट्रेन में नवीनतम तकनीक है. जो ट्रेन को 326 मीटर से 2,203 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचाती है

जानिए डिटेल्स

नज़ारों का अंदाज़ा आप इस बात से लगा सकते हैं कि ये ट्रेन 100 पुलों से होकर गुज़रती है. टाइम की बात करें तो मेट्टुपालयम से सुबह 7.10 बजे निकलती है और दोपहर 12 बजे ऊटी आती है. वापसी की यात्रा में, ट्रेन ऊटी से दोपहर 2 बजे निकलती है और शाम 5.35 बजे मेट्टुपालयम पहुंचती है. इस सफर के मार्ग पर मुख्य स्टेशन कुन्नूर, वेलिंगटन, अरवंकाडु, केटी और लवडेल हैं.

यह भी पढ़ें-

Russia-Ukraine War: पीएम मोदी ने पुतिन को ऐसा क्या कह दिया कि गदगद हो गया अमेरिका

Raju Srivastava: अपने पीछे इतने करोड़ की संपत्ति छोड़ गए कॉमेडी किंग राजू श्रीवास्तव

Advertisement