मुंबई: आज के जमाने में मोबाइल फोन लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। लोग कई घंटें मोबाइल की स्क्रीन पर समय बिताते हैं। मोबाइल ने लोगों के कई काम बेहद आसान कर दिए हैं लेकिन किसी भी मोबाइल में सबसे जरुरी सिम कार्ड होता है। सिम कार्ड की सहायता से ही मोबाइल […]
मुंबई: आज के जमाने में मोबाइल फोन लोगों के जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। लोग कई घंटें मोबाइल की स्क्रीन पर समय बिताते हैं। मोबाइल ने लोगों के कई काम बेहद आसान कर दिए हैं लेकिन किसी भी मोबाइल में सबसे जरुरी सिम कार्ड होता है। सिम कार्ड की सहायता से ही मोबाइल में नेटवर्क आते हैं, जिससे हम कॉल, मैसेज या इंटरनेट चला सकते हैं। आपने सिम कार्ड को ध्यान से तो देखा ही होगा, तो उसमें एक साइड कट (Sim Card Design) लगा होता है, लेकिन क्या आपको पता है कि सिम को एक साइड से क्यों काटा गया है?
आज भारत समेत दुनियाभर में कई टेलिकॉम कंपनियां हैं, जो सिम कार्ड बनाती हैं। सभी सिम कार्ड साइड से कटे हुए होते हैं। ऐसा केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में है। आपको बता दें कि शुरुआत में जब सिम कार्ड बने थे, तब ये साइड से कटे हुए नहीं थे। जब मोबाइल फोन के लिए सिम कार्ड डिजाइन किए गया तो उसका आकार बहुत ही नॉर्मल और चौकोर था।
अब आप सोच रहे होंगे कि जब पहले सिम कार्ड नॉर्मल हुआ करते थे, तो फिर ऐसा क्या हुआ कि इसको साइड से काटा जाने लगा। दरअसल, जब सिम कार्ड चौकोर हुआ करते थे तब लोगों को ये समझने में परेशानी होती थी कि सिम का सीधा और उल्टा हिस्सा कौन सा है। ऐसे में लोग कई बार सिम को उल्टा लगा देते थे। इस वजह से इसे बाद में निकालने में परेशानी हुआ करती थी। जिस कारण कई बार सिम का चिप ख़राब हो जाया करता था।
इस परेशानी को देखते हुए टेलीकॉम कंपनियों को सिम के डिजाइन में बदलाव करें। इसके बाद कंपनियों ने सिम कार्ड को एक कोने से काटने का फैसला किया। इस कट वाले कोने की वजह से लोगों को मोबाइल फोन में सिम कार्ड लगाने और निकालने में आसानी होती है, क्योंकि सिम कार्ड में कट लगाने की वजह से एक खांचे का निर्माण हो गया था। ऐसे में लोगों को सिम कार्ड इस्तेमाल करने में सुविधा होती है, जिसकी वजह से अन्य टेलीकॉम कंपनियों ने भी सिम कार्ड को नई कट वाले डिजाइन के साथ बेचना शुरू किया।
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