हाल ही में ओडिशा के नयागढ़ जिले के एक जंगल में एक दुर्लभ मेलेनिस्टिक तेंदुए को एक शावक के साथ देखा गया है, जिससे वन्यजीव प्रेमियों और संरक्षणवादियों के बीच खुशी की लहर है। यह तेंदुआ अपनी अनोखी काली त्वचा के कारण 'ब्लैक पैंथर' के नाम से मशहूर है। इस दुर्लभ दृश्य को जंगल में लगाए गए कैमरा ट्रैप की मदद से कैद किया गया।
नई दिल्ली: हाल ही में ओडिशा के नयागढ़ जिले के एक जंगल में एक दुर्लभ मेलेनिस्टिक तेंदुए को एक शावक के साथ देखा गया है, जिससे वन्यजीव प्रेमियों और संरक्षणवादियों के बीच खुशी की लहर है। यह तेंदुआ अपनी अनोखी काली त्वचा के कारण ‘ब्लैक पैंथर’ के नाम से मशहूर है। इस दुर्लभ दृश्य को जंगल में लगाए गए कैमरा ट्रैप की मदद से कैद किया गया।
इस घटना की जानकारी देते हुए प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन्यजीव) प्रेम कुमार झा ने एक एक्स-पोस्ट में कहा कि यह दृश्य मध्य ओडिशा की अनूठी जैव विविधता को दर्शाता है. उन्होंने बताया कि मेलेनिस्टिक तेंदुए पारिस्थितिकी तंत्र के लिए महत्वपूर्ण हैं, क्योंकि उनके संरक्षण से संपूर्ण वन्यजीव विरासत की रक्षा करने में मदद मिलती है। झा ने सोशल मीडिया पर तेंदुए का एक वीडियो और तस्वीर भी साझा की, जो इस दुर्लभ जानवर की सुंदरता और महत्व को उजागर करती है।
A rare melanistic leopard with cub has been sighted in central Odisha, reflecting the region’s incredible biodiversity. These elusive “black panthers” are vital to the ecosystem-protecting their habitat ensures a thriving wildlife heritage. @ForestDeptt @CMO_Odisha pic.twitter.com/IlwaI0qipq
— Prem Kumar Jha (@Prem_CWLWOdisha) January 3, 2025
सूत्रों के मुताबिक, राज्य के ऑल ओडिशा लेपर्ड एस्टीमेट-2024 से जानकारी मिली है कि ओडिशा के तीन वन प्रभागों में इन दुर्लभ तेंदुओं की मौजूदगी पाई जा रही है. इस घटना ने वन्यजीव संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ा दी है और यह संदेश भी दिया है कि पारिस्थितिकी तंत्र के संतुलन को बनाए रखने के लिए वन्यजीवों का संरक्षण आवश्यक है। इस घटना को ओडिशा के जंगलों में जैव विविधता और संरक्षण प्रयासों के लिए एक सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। एक्स पर वीडियो आने के बाद लोग इसकी खूब चर्चा कर रहे हैं.
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