नई दिल्ली। लोगों को हमेशा से ही दूसरे ग्रहों और एलियंस के बारे में बात करने की रुचि (khabar Jara Hatkar)रही है। ऐसे में अंतरिक्ष वैज्ञानिक भी ब्रह्मांड के बारे में अधिक से अधिक जानने के लिए अक्सर स्पेस स्टेशन से दूसरे प्लेनेट्स की तस्वीरें लेते ही रहते हैं। इन दिनों कुछ इसी तरह का […]
नई दिल्ली। लोगों को हमेशा से ही दूसरे ग्रहों और एलियंस के बारे में बात करने की रुचि (khabar Jara Hatkar)रही है। ऐसे में अंतरिक्ष वैज्ञानिक भी ब्रह्मांड के बारे में अधिक से अधिक जानने के लिए अक्सर स्पेस स्टेशन से दूसरे प्लेनेट्स की तस्वीरें लेते ही रहते हैं। इन दिनों कुछ इसी तरह का एक वीडियो, इंटरनेट पर वायरल हो रहा है।
दरअसल, इन दिनों एक्स पर वंडर ऑफ साइंस नाम के अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया गया है, ये वीडियो जॉनसन स्पेस सेंटर नासा से लिया गया है। जिसे देखकर ये लगता है कि ये मंगल या बुध ग्रह की तस्वीरें हैं लेकिन मजेदार बात ये है कि ये तस्वीरें किसी दूसरे ग्रह की नहीं बल्कि पृथ्वी की हैं।
This alien-looking planet is actually the Earth seen from space as sandstorms and cumulonimbus clouds cover the Sahara Desert.
📸: NASA Johnson pic.twitter.com/9iVYjHjWCR
— Wonder of Science (@wonderofscience) February 12, 2024
स्पेस स्टेशन से लिया गया ये वीडियो, पृथ्वी के उस हिस्से का बताया जा रहा(khabar Jara Hatkar) है जहां सहारा का विशाल रेगिस्तान स्थित है। इस विशाल रेगिस्तान की वजह से ही ऐसा लगता है कि ये पृथ्वी नहीं बल्कि कोई दूसरा ग्रह है। वीडियो के साथ दिए गए कैप्शन में भी स्पष्ट किया गया है कि रेगिस्तान में उठते तूफान, बवंडर और बादलों के कारण किसी एलियन प्लेनेट की तरह दिखाई दे रहा ये प्लेनेट वास्तव में अर्थ है। इस वीडियो पर कमेंट करते हुए एक यूज़र ने लिखा, जब पृथ्वी पर ही इतने शानदार बादल और तूफान दिखाई दे रहे हैं तो हमें एलियंस की क्या आवश्यकता है।
बता दें कि अफ्रीका के उत्तरी हिस्से में स्थित सहारा का रेगिस्तान, दुनिया में सबसे बड़ा और गर्म रेगिस्तान(khabar Jara Hatkar) है। मोरक्को, अल्जीरिया, मिस्र, लीबिया, सूडान और ट्यूनीशिया जैसे दुनिया के कई देश इसी रेगिस्तान में या उसके आस-पास बसे हैं। सहारा का ज्यादातर हिस्सा बंजर, चट्टानी पठारों, नमक के मैदानों, टीलों, पहाड़ों और सूखी घाटियों से घिरा हुआ है। यहां की जलवायु काफी कठिन है, साथ ही यहां गर्मी के मौसम में पारा 58 डिग्री तक पहुंच जाता है। इससे ये जाहिर होता है कि यहां, इंसानों के लिए परिस्थितियां काफी कठिन है, इसी लिए यहां आबादी भी काफी विरल है।
ये भी पढ़ें- Microsoft कंपनी के कर्मचारियों को मिलती हैं शानदार सुविधाएं, वीडियो देखकर हो जाएंगे हैरान