नई दिल्ली। सरकार की तरफ से लोगों के लिए स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की सुविधाएं शुरू की गई हैं। जहां पहले कोई गंभीर बिमारी होने पर लोगों के बचने की उम्मीद न के बराबर होती थी, वहीं अब ऐसा नहीं है। क्योंकि अब सरकारी अस्पतालों में वो सारी सुविधाएं दी जाती हैं, जो किसी प्राइवेट […]
नई दिल्ली। सरकार की तरफ से लोगों के लिए स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की सुविधाएं शुरू की गई हैं। जहां पहले कोई गंभीर बिमारी होने पर लोगों के बचने की उम्मीद न के बराबर होती थी, वहीं अब ऐसा नहीं है। क्योंकि अब सरकारी अस्पतालों में वो सारी सुविधाएं दी जाती हैं, जो किसी प्राइवेट अस्पताल में मिलती हैं। लेकिन गरीब तबके के लोग कई बार इन सुविधाओं के बीच ऐसी हरकतें (khabar Jara Hat kar) कर बैठते हैं जो उनके और आसपास के लोगों के लिए जानलेवा साबित होती हैं।
दरअसल, इसी से जुड़ी हुई एक हैरान कर देने वाली घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। जिसमें गुजरात के जामनगर में स्थित एक सरकारी अस्पताल के आईसीयू में जोरदार धमाका हुआ। इसकी वजह से पूरा आईसीयू जलकर राख हो गया। अब अगर आप ये सोच रहे हैं कि ऐसा सस्ती मशीनों की वजह से हुआ होगा तो बिल्कुल(khabar Jara Hat kar) नहीं। क्योंकि अस्पताल में मौजूद हर मशीन हाई क्वालिटी की थी। लेकिन जिस मरीज को आईसीयू में रखा गया था, उसने एक ऐसी हरकत कर दी जिसकी वजह से आईसीयू वाला कमरा आग के गोले में तब्दील हो गया।
जानकारी के अनुसार, एक मरीज को इस आईसीयू में रखा गया था। बताया जा रहा है कि मरीज की हालत गंभीर थी। इसलिए बॉडी में ऑक्सीजन की कमी के कारण उसे ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। इसी बीच जब मरीज को होश आया तो उसे बीड़ी पीने की तलब लगी। जिसके बाद उसने जानकरी के अभाव में आईसीयू के अंदर ही बीड़ी जला(khabar Jara Hat kar) ली। ऐसा करते ही वो पूरा कमरा किसी आग के गोले में बदल गया और कमरे में रखे बेड से लेकर सारी मशीनें जलकर राख हो गई।
सोशल मीडिया पर इस जले हुए कमरे का वीडियो शेयर किया गया। जिसमें इस जले हुए कमरे को देखा जा सकता है कि कैसे एक बीड़ी के कारण या कहें जानकारी के अभाव की वजह से पूरा आईसीयू, सामान सहित जल गया। इस वीडियो के शेयर होते ही ये तेजी से वायरल हो गया। जिसपर लोगों ने ढ़ेर सारे कमेंट किए हैं। कई लोगों ने कमेंट में लिखा है कि ‘ऐसा होने के बाद भी लोग सरकार को दोषी ठहराते हैं’। वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘इसलिए कहा जाता है कि स्मोकिंग किल्स’।
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