नई दिल्ली। पक्षियों को दाना डालना एक नेक काम माना जाता है। यही नहीं कई बार देखा जाता है कि सड़कों पर भी जगह-जगह पक्षियों के लिए दाना और पानी रखा होता है। इन स्थानों पर बड़ी संख्या में पक्षी देखने को मिलते हैं(khabar Jara Hat kar)। इसके अलावा कई बार ये भी देखा जाता […]
नई दिल्ली। पक्षियों को दाना डालना एक नेक काम माना जाता है। यही नहीं कई बार देखा जाता है कि सड़कों पर भी जगह-जगह पक्षियों के लिए दाना और पानी रखा होता है। इन स्थानों पर बड़ी संख्या में पक्षी देखने को मिलते हैं(khabar Jara Hat kar)। इसके अलावा कई बार ये भी देखा जाता है कि कई लोग अपने घर की छत पर या घर के बाहर भी कबूतरों को दाना डालते हैं, लेकिन क्या हो अगर इस नेक काम के लिए जुर्माना लगा दिया जाए तो?
दरअसल, कुछ ऐसा ही देखने को मिला इंग्लैंड की एक महिला के साथ, जिसे अपने घर के गार्डन में पक्षियों को दाना खिलाना भारी पड़ गया। दरअसल, नगर पालिका की तरफ से इस महिला पर पक्षियों को अपने गार्डन में दाना खिलने को लेकर जुर्माना लगाया गया है।
जानकारी के अनुसार, इस महिला का नाम ऐनी सैगो है और उसकी उम्र 97 साल है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, पहले तो नगर पालिका ने महिला पर 100 पाउंड यानी करीब साढ़े 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाने की बात कही थी, लेकिन अब बताया जा रहा है कि इस जुर्माने की राशि बढ़कर 2,500 पाउंड यानी करीब दो लाख 62 हजार रुपये तक पहुंच गई है(khabar Jara Hat kar)। गौरतलब है कि यह विवाद पिछले साल ही शुरू हुआ था जब बुजुर्ग महिला के एक पड़ोसी ने नगर पालिका में महिला के खिलाफ शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया है कि महिला उस इलाके में कबूतरों और सीगल को बुला रही थी और उन्हें दाना खिला रही थी।
इस शिकायत के बाद नगर पालिका ने उस महिला को एक लिखित चेतावनी दी, जिसमें ये कहा गया था कि अगर ‘असामाजिक व्यवहार’ बंद नहीं हुआ तो उसपर 100 पाउंड का जुर्माना लगाया जाएगा। हालांकि, इस गंभीर चेतावनी के बावजूद महिला ने पक्षियों को दाना खिलाना बंद नहीं किया। जिस वजह से नगर पालिका ने उस महिला पर न सिर्फ 2,500 पाउंड का जुर्माना लगाने की बात कही है बल्कि उसे और उसके बेटे को उनके ही घर से बाहर निकाल देने की अदालती कार्रवाई की धमकी भी दी है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ऐनी एक रिटायर्ड म्यूजिक टीचर हैं। जिनका कहना है कि उनके गार्डन में पक्षियों का आना और उन्हें दाना खाते देखना उनके जीवन की सबसे बड़ी खुशियों में से एक है। लेकिन नगर पालिका का ये कहना है कि बड़ी संख्या में पक्षियों के आने की वजह से इलाके में रहने वाले दूसरे लोगों को काफी दिक्कत होती है। पक्षियों के बड़ी संख्या में आने के कारण उनकी संपत्तियों को नुकसान पहुंचता है। यही वजह है कि नगर पालिका ने महिला की इस आदत को ‘असामाजिक व्यवहार’ करार देते हुए उसपर जुर्माना लगाया है।