नई दिल्ली: हैरानी की बात यह है कि सोशल मीडिया पर लोगों को भनक तक नहीं लगने दिया कि यह आदमी फर्जी है. हालांकि वह फोटो भी ऐसी-ऐसी पोस्ट करता था जिसे देखकर कोई भी कंफ्यूज हो सकता है। सोशल मीडिया का उठाया फायदा सोशल मीडिया पर हर दिन देखते हैं कि प्रशासनिक सेवा और […]
नई दिल्ली: हैरानी की बात यह है कि सोशल मीडिया पर लोगों को भनक तक नहीं लगने दिया कि यह आदमी फर्जी है. हालांकि वह फोटो भी ऐसी-ऐसी पोस्ट करता था जिसे देखकर कोई भी कंफ्यूज हो सकता है।
सोशल मीडिया पर हर दिन देखते हैं कि प्रशासनिक सेवा और पुलिस सेवा से जुड़े अधिकारी लगातार सक्रिय रहते हैं और अधिक से अधिक संख्या में उनके फॉलोअर्स भी बन जाते हैं. इसी का लाभ उठाकर एक शख्स ने सोशल मीडिया पर खुद को आईपीएस अधिकारी बता डाला और उसने ये भी बताया कि उसने आईआईटी से पढ़ाई की है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक यह शख्स मध्य प्रदेश के ग्वालियर का रहने वाला है. इस शख्स का नाम विकास यादव है. आपको बता दें कि सिर्फ 8वीं तक पढ़ा है लेकिन सोशल मीडिया पर इसने खुद को आईपीएस अधिकारी कहा और आईआईटी से पढ़ा हुआ बताया है. इस वजह से फॉलोअर्स की संख्या काफी बढ़ गई. इसके बाद इस शख्स ने लोगों को ठगना शुरू कर दिया. हैरानी की बात यह है कि ये आरोपी शख्स फोटो भी ऐसी पोस्ट करता था जिससे लोगों को लगा कि यह सच में आईपीएस अधिकारी है. सोशल मीडिया के माध्यम से पहले लड़कियों को जाल में फंसाता था फिर उसके बाद ठगी करता था।
दरअसल, यह खुलासा तब हुआ जब उसने दिल्ली स्थित संजय गांधी अस्पताल की एक डॉक्टर से 25 हजार रुपए ठग लिए. डॉक्टर ने मामले की शिकायत पुलिस से कर दी और फिर उसके बाद जांच हुई तो विकास अरेस्ट हो गया।