नई दिल्ली: नीलामी के दौरान कई चीजें ऐसी नीलाम होती हैं जिन्हें देखकर आश्चर्य होता है. इंग्लैंड की राजधानी में हुई नीलामी में भी कुछ इसी प्रकार का दृश्य देखने को मिला. नीलामी में कई देशों की दशकों पुरानी नोटों को शामिल किया गया था. जिसमें भारतीय करेंसी के 10 रूपए के दो नोटों को […]
नई दिल्ली: नीलामी के दौरान कई चीजें ऐसी नीलाम होती हैं जिन्हें देखकर आश्चर्य होता है. इंग्लैंड की राजधानी में हुई नीलामी में भी कुछ इसी प्रकार का दृश्य देखने को मिला. नीलामी में कई देशों की दशकों पुरानी नोटों को शामिल किया गया था. जिसमें भारतीय करेंसी के 10 रूपए के दो नोटों को शामिल किया गया था. इन नोटों का बेस प्राइस 2.7 लाख रखा गया था. लेकिन उम्मीद से परे ये नोट काफी ज्यादा महंगी बिकी. नोटों के इतने महंगे बिकने से कई सवाल दिमाग में उठते है कि इन नोटों में ऐसा क्या था कि इनकी नीलामी इतनी महंगी हुई?
नोटों की नीलामी लंदन की एक संस्था ‘नूनंस’ करवा रही है. ये संस्था 1990 से दशक से पुराने नोटों, सिक्कों, गहने और मेडल्स की नीलामी कराती है. इस ‘नीलामी फेयर’ में भारत की कई नोटों को शामिल किया गया था. लेकिन सबसे ज्यादा ध्यान 10 रुपए की नोट ने आकर्षित किया. 10 रुपए की एक नोट को 6500 पाउंड्स में नीलाम किया गया. तो वहीं दूसरी नोट की 5500 पाउंड में नीलाम किया गया. भारतीय रुपयों में बात करें तो क्रमश: 6.90 लाख रूपए और 5.80 लाख रुपए होता है. खबर है कि ये नोट 106 साल पुराने हैं.
दरअसल ये नोट ‘एसएस शिराला’ नामक जहाज के मलबे से बरामद किए गए थे. इस जहाज को एक जर्मन पनडुब्बी ने डुबा दिया था. एसएस शिरला एक ब्रिटिश जहाज था. जो मुंबई से गोला बारूद लेकर ब्रिटेन की जा रहा था. 2 जुलाई 1918 को जर्मन पनडुब्बी ‘टॉरपिडो’ की चपेट में आने से आयरिश तट के पास डूब गया था. इसी जहाज के मलबे से 10 रूपए के दो नोट बरामद किए गए हैं. दोनों नोटो पर उस वक्त के अंग्रेज गवर्नर के हस्ताक्षर भी हैं. अब इन नोटों को खरीददार मिल गया है, जिसनें अपनें शौक के लिए इन नोटों को खरीद लिया है.