नई दिल्ली: दुनिया के कई हिस्सों में सांपों को देखकर ही लोग डर जाते हैं, लेकिन एक जगह ऐसी भी है जहां लोग नाश्ते में किंग कोबरा जैसे खतरनाक सांपों को खाते हैं और उन्हें किसी भी प्रकार का डर नहीं लगता। दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित कुछ जनजातियां सांपों को अपने दैनिक आहार का हिस्सा […]
नई दिल्ली: दुनिया के कई हिस्सों में सांपों को देखकर ही लोग डर जाते हैं, लेकिन एक जगह ऐसी भी है जहां लोग नाश्ते में किंग कोबरा जैसे खतरनाक सांपों को खाते हैं और उन्हें किसी भी प्रकार का डर नहीं लगता। दक्षिण-पूर्व एशिया में स्थित कुछ जनजातियां सांपों को अपने दैनिक आहार का हिस्सा बनाती हैं और यह उनके लिए सामान्य बात है। यहां तक कि जहरीले सांप जैसे किंग कोबरा को भी यह लोग आसानी से खा जाते हैं।
मुख्य रूप से वियतनाम, कंबोडिया, चीन और थाईलैंड की कुछ जनजातियां सांपों को अपने भोजन का हिस्सा बनाती हैं। इन जनजातियों के लिए सांप एक महत्वपूर्ण प्रोटीन स्रोत हैं। यहां के लोग सांप को पकड़ते हैं, उनका जहर निकालते हैं, और फिर उन्हें विभिन्न तरीकों से पकाकर खाते हैं। खासकर किंग कोबरा, जिसे दुनिया के सबसे जहरीले सांपों में से एक माना जाता है, का सेवन यहां आम है।
इन जनजातियों के लोगों का सांपों से डर न लगने का मुख्य कारण है उनका सांपों के साथ सालों से जुड़ा हुआ संबंध। ये लोग पीढ़ियों से सांप पकड़ते और खाते आ रहे हैं, इसलिए उनके लिए यह एक सामान्य प्रक्रिया है। उन्हें यह भी अच्छी तरह पता होता है कि सांपों को किस तरह से संभालना है ताकि वे सुरक्षित रहें। सांपों का जहर निकालने की तकनीक में भी वे निपुण होते हैं।
सांपों के मांस में उच्च मात्रा में प्रोटीन पाया जाता है, जो शरीर के लिए फायदेमंद हो सकता है। सांपों को पकाकर खाने से उनके मांस का जहर खत्म हो जाता है, जिससे इसे सुरक्षित रूप से खाया जा सकता है। हालांकि, इस प्रकार का आहार बहुत से लोगों के लिए चौंकाने वाला हो सकता है, लेकिन उन जनजातियों के लिए यह उनके भोजन और परंपरा का हिस्सा है। इन जनजातियों का मानना है कि सांपों का मांस न केवल शारीरिक रूप से बल्कि मानसिक रूप से भी ताकत देता है।
पहले सांपों को जंगल या खेतों से पकड़ा जाता है। फिर उन्हें बेहद सावधानी से संभाला जाता है ताकि कोई हादसा न हो। सांपों का जहर निकालने के बाद उन्हें काटा जाता है और पकाने के लिए तैयार किया जाता है। यहां सांपों को ग्रिल किया जाता है, सूप में मिलाया जाता है, या फिर तला जाता है। इन लोगों के लिए यह स्वादिष्ट डिश होती है और वे इसे बड़े चाव से खाते हैं।
हालांकि कुछ देशों में सांपों का शिकार और सेवन करना कानूनी रूप से अनुमत है, लेकिन कई जगहों पर यह प्रतिबंधित है। सांपों की कई प्रजातियां विलुप्त होने की कगार पर हैं, इसलिए उनके संरक्षण के प्रयास किए जा रहे हैं। फिर भी, जहां सांपों का भोजन एक परंपरा है, वहां यह अभी भी प्रचलित है।
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