नई दिल्ली। High Heels Invention: दुनिया में हर समय-समय पर जरूरतों के अनुसार नए-नए अविष्कार होते रहे हैं। इंसान की कुछ जरुरतें प्रकृति ने पूरी की तो वहीं कुछ जरुरतों को इंसान ने खुद नए-नए अविष्कार करके पूरा कर लिया। हालांकि कई चीजों का अविष्कार किसी और उद्देश्य से किया गया था, लेकिन अब उनका […]
नई दिल्ली। High Heels Invention: दुनिया में हर समय-समय पर जरूरतों के अनुसार नए-नए अविष्कार होते रहे हैं। इंसान की कुछ जरुरतें प्रकृति ने पूरी की तो वहीं कुछ जरुरतों को इंसान ने खुद नए-नए अविष्कार करके पूरा कर लिया। हालांकि कई चीजों का अविष्कार किसी और उद्देश्य से किया गया था, लेकिन अब उनका उपयोग किसी दूसरी ही जगहों पर किया जा रहा है, उन्हीं चीजों में से एक है हाई हील्स।
जी हां, लड़कियां खुद को सुंदर दिखाने के लिए या अपनी हाइट ज्यादा दिखाने के लिए जिन हाई हील्स का इस्तेमाल करती हैं असल में उनका अविष्कार ही लड़कों के लिए हुआ था। तो चलिए बताते हैं इस हाई हील्स के पीछे की क्या है कहानी?
अगर इतिहास को देखें तो हाई हील्स का अविष्कार 1000 ईसा पूर्व में किया गया था। उस वक्त इसका अविष्कार करने के पीछे सोच यह थी कि इनको पहनकर मर्द और भी मर्दाना नजर आएंगे। यही कारण है कि मर्दों के लिए ऊंचे सोल वाले जूते बनाए गए। इस हाई हील्स जूतों का उपयोग सबसे पहले पर्शियन लोगों ने किया था और सबसे पहले घु़ड़सवारों को हाई हील्स पहनाई जाती थीं।
कुछ समय के बाद लड़कियां इन हाई हील्स का उपयोग करने लगीं। उनपर ये हील्स जंचने भी लगीं तथा वो लोग जल्द ही इसमें कंफर्टेबल भी हो गईं। जिसके बाद से अब ज्यादातर लड़कियों के पैरों में हाई हील्स दिखने लगी। लड़कियां इन हील्स में आसानी से कंफर्टेबल हो जाती हैं। साथ ही इनके जरिए उनका लुक भी पूरा हो जाता है।