नई दिल्ली: घरों में चूहे का होना आम सी बात है। अक्सर चूहे घरों के अंदर आ ही जाते हैं. आप उन्हें भगाने के लिए हम सभी चूहेदानी का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन अगर हम आपसे कहें कि चूहों को भगाने के लिए बम का इस्तेमाल करें, तो आप सोचेंगे कि ये कैसा पागलपन है। आपको बता दें, एक ऐसा देश है जो चूहों के आतंक से इतना परेशान हो गया है कि वो उन्हें बम से उड़ाने की योजना बना रहा है। इतना ही नहीं, इसके लिए फंड भी इकट्ठा किया जा रहा है। इस देश ने कहा कि पर्यावरण को बचाने के लिए ये कदम उठाया गया है। आइए जानते हैं कि आखिर ये देश इतना निर्दयी क्यों हो गया है कि वो पर्यावरण को बचाने के लिए लाखों चूहों को मारना चाहता है।
चूहों को बम से उड़ाने की योजना बनाने वाला देश कोई और नहीं बल्कि दक्षिण अफ्रीका है। जो लंबे समय से चूहों के आतंक से परेशान है। दक्षिण अफ्रीका अपने ही एक द्वीप को बम से पूरी तरह उड़ा देना चाहता है, ताकि उस द्वीप से चूहों का नामोनिशान मिट जाए।
दक्षिण अफ्रीका ने ये फैसला लेते हुए कहा कि वो पर्यावरण को बचाने के लिए ऐसा कर रहा है। दरअसल, चूहे द्वीप पर मौजूद अल्बाट्रॉस और दूसरे समुद्री पक्षियों को जिंदा खा रहे हैं। इसलिए उन्हें मारने की योजना बनाई जा रही है। द्वीप पर कीटनाशक युक्त छर्रों से बमबारी की जाएगी। जिससे सभी चूहे खत्म हो जाएंगे।
दूसरी ओर, यह योजना जरूरी है। बर्डलाइफ साउथ अफ्रीका के CEO एंडरसन ने कहा कि हाल के वर्षों में चूहों के हमले बढ़ ही रहें हैं, लेकिन पक्षी नहीं जानते कि कैसे जवाब दें क्योंकि वे स्थलीय शिकारियों के बिना विकसित हुए हैं। उन्होंने बताया, “चूहे बस उन पर चढ़ जाते हैं और धीरे-धीरे उन्हें तब तक खाते हैं जब तक वे मर नहीं जाते।” एक पक्षी को मरने में कई दिन लग सकते हैं। “हम चूहों की वजह से हर साल लाखों समुद्री पक्षियों को खो रहे हैं।”
चूहे अब पक्षियों को भी खाने लगे हैं
दक्षिण अफ्रीका का मैरियन केप टाउन से करीब 2,000 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में एक सुदूर द्वीप है। यहां चूहे दुनिया के कुछ सबसे महत्वपूर्ण समुद्री पक्षियों के अंडे खा रहे हैं, इतना ही नहीं, चूहे अब पक्षियों को भी खाने लगे हैं। जिसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने ‘पक्षी संरक्षण’ प्रयास शुरू किया है, जो ‘माउस-फ्री मैरियन’ परियोजना है। आपको बता दें, इस प्रोजेक्ट के जरिए 25 किलोमीटर लंबे और 17 किलोमीटर चौड़े द्वीप के हर हिस्से को कवर किया जाएगा।
दक्षिण अफ्रीका ने चूहों को खत्म करने की योजना बनाई है, इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखा है कि द्वीप के पर्यावरण को कोई नुकसान न पहुंचे। यह पूरा काम विशेषज्ञों की निगरानी में किया जाएगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्रोजेक्ट के लिए चूहे मारने वाले रसायन वाले 600 टन छर्रे हेलीकॉप्टर की मदद से पूरे द्वीप पर फैलाए जाएंगे और फिर उन्हें बम से उड़ाने की तैयारी की जाएगी।
दक्षिण अफ्रीकी सरकार ‘माउस-फ्री मैरियन प्रोजेक्ट’ के लिए फंड जुटा रही है। आपको बता दें, अभी तक इस प्रोजेक्ट के लिए जितनी राशि की जरूरत है, उतनी राशि नहीं मिल पाई है। इस प्रोजेक्ट के लिए 29 मिलियन डॉलर की जरूरत है, लेकिन इसका करीब एक चौथाई यानी 2 अरब, 43 करोड़ 37 लाख 64 हजार डॉलर जुटाए जा चुके हैं।
आपको बता दें, चूहों पर यह जानलेवा हमला 2027 की सर्दियों में किया जाएगा, क्योंकि उस समय चूहे सबसे ज्यादा भूखे होते हैं और गर्मियों में प्रजनन करने वाले पक्षी बड़े पैमाने पर अनुपस्थित होते हैं।
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