नई दिल्ली: यह दुनिया बहुत बड़ी है और यहां हर क्षेत्र में लोग अलग-अलग परंपराओं का पालन करते हैं। परंतु हमारे देश में ज्यादातर क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर लड़के और लड़कियों के शादी से पहले एक दूसरे के साथ संबंध बनाने पर प्रतिबंध है। परंतु क्या आपको पता है कि एक जगह ऐसी है […]
नई दिल्ली: यह दुनिया बहुत बड़ी है और यहां हर क्षेत्र में लोग अलग-अलग परंपराओं का पालन करते हैं। परंतु हमारे देश में ज्यादातर क्षेत्र ऐसे हैं जहां पर लड़के और लड़कियों के शादी से पहले एक दूसरे के साथ संबंध बनाने पर प्रतिबंध है। परंतु क्या आपको पता है कि एक जगह ऐसी है जहां पर लड़के और लड़कियां एक दूसके के साथ शादी से पहले ही संबंध बना सकते हैं। आपको इस बात को जानकर शायद हैरानी होगी की इस बात के लिए बेटी का पिता भी पूरा सहयोग देता है और वह खुद अपनी बेटी का कमरा सजाता है। आइए जानते हैं इस जगह के बारे में विस्तार से?
जानकारी के मुताबिक दक्षिण पूर्वी एशियाई देश कंबोडिया में इस रिवाज को माना जाता है। यहां पर क्रेऊंग जनजाति के लोग सदियों से बेटियों को बड़ा दर्जा जते आ रहे हैं। इसलिए क्रेऊंग जनजाति के पिता खुद बेटी के लिए रात गुजारने के लिए उसका कमरा सजाता है, ताकि वह अपने प्रेमी संग रात गुजार सके। यहां पर लड़कियों को काफी अहम माना जाता है। क्रेऊंग जनजाति में बेटियों को बहुत इज्जत दी जाती है। इसलिए जब बेटियों की शादी करने का अवसर आता है तो पिता उसकी मर्जी के लड़के से शादी करने के लिए राजी हो जाता है और लड़किया पूरी छूट के साथ अपनी पसंद का वर चुनती हैं। इस रस्म के लिए लड़की का पिता खुद अपने घर से दूर एक ‘लव हट’ (प्यार की झोपड़ी) बनाता है। ऐसा तब होता है जब लड़की किसी लड़के को शादी करने के लिए पसंद कर लेती है और घरवालों को बता देती है। फिर उसकी उस लड़के से धूमधाम से शादी की जाती है। इतना ही नहीं यह शादी लगभग तीन दिन तक चलती है।
अपने हट में लड़कियां 4 से 10 लड़कों को बुलाती है। सभी लड़के रात के अंधेरे में हट में आते हैं। इसके बाद लड़का और लड़की दोनों एक दूसरे को जानने और समझने की कोशिश करते हैं। इस दौरान उनको यह भी छूट होती है कि यदि वह एक दूसरे के साथ संबंध बनाना चाहते हैं तो वह ये काम भी कर लेते हैं। जब लड़की किसी एक लड़के को पसंद कर लेती है तो घरवाले उस से अपनी बेटी की धूमधाम से शादी करा देते हैं। किसी भी शख्स को ये परंपरा सुनने में अजीब लगेगी परंतु ऐसा इस देश में सदियों से होता आ रहा है। आपको बता दें कि इस जगह की कुल 90 फीसदी शादियां सफल रहती है। इसकी वजह लड़की का अपनी पसंद के लड़के को चुनना होता है।
ऐसा इसलिए होता है शादी से पहले लड़का और लड़की एक दूसरे को अच्छे से समझ भी लेते हैं। इसी कारण से उनको अपेन रिश्ते में शादी के बाद कोई परेशानी नहीं आती है। परंतु दिन के उजाले में लड़का और लड़की को एकसाथ घूमने की अनुमति नहीं है। इसी कारण से दोनों को रात में ही झोपड़ी में समय बिताने को कहा जाता है। फिर सुबह उजाला होने से पहले लड़का वापस चला भी जाता है। यहां एक तरह कि गोपनीयता बनी रहती है जिससे आगे चलकर इनकी शादी में कोई परेशानी न आए। इस जगह कि एक दिलचस्प बात ये है यहां पर शारीरिक सबंध बनाने के लिए लड़की को कभी भी फोर्स नहीं किया जाता है। यहां पर हर लड़की शादी से पहले अपनी मर्जी से संबंध बना सकती है। इस कारण इस जगह पर किसी भी तरह कि यौन हिंसा के मामले भी बहुत कम देखने को मिलते हैं। बचपन से ही यहां पर लड़को को लड़कियों का सम्मान करना सिखाया जाता है। यहां पर हर उम्र कि महिलाओं और लड़कियों की बहुत इज्जत की जाती है।
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