नई दिल्ली: लोग सोने खरीदने के लिए काफी पैसे लगा देते हैं. कुछ लोग पहनने के लिए सोने के गहने खरीदते हैं तो वहीं कुछ लोग निवेश के मकसद से सोने खरीदते हैं, लेकिन जरा सोचिए आपको कहीं कचरे के बदले में सोना मिल रहा हो तो शायद आप खूब कचरा लाकर उसके बदले में […]
नई दिल्ली: लोग सोने खरीदने के लिए काफी पैसे लगा देते हैं. कुछ लोग पहनने के लिए सोने के गहने खरीदते हैं तो वहीं कुछ लोग निवेश के मकसद से सोने खरीदते हैं, लेकिन जरा सोचिए आपको कहीं कचरे के बदले में सोना मिल रहा हो तो शायद आप खूब कचरा लाकर उसके बदले में उससे सोना लेंगे. आज हम आपको एक ऐसे गांव के बारे में बताएंगे जहां कचरे देने पर सोना मिलता है. हालात ये हो गए हैं कि इस बात का जैसे ही उस गांव में ऐलान हुआ तो वहां कचरा ही समाप्त हो गया।
यह मामला जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के सादिवारा गांव का है. आपको बता दें कि इस गांव के सरपंच ने कुछ समय पहले प्लास्टिक प्रदूषण से छुटकारा पाने के लिए यह अनोखी मुहिम शुरू की है. यहां के सरपंच फारूक अहमद गनई पूरे गांव को प्लास्टिक प्रदूषण से मुक्त करना चाहते हैं, पेशे से वकील फारूक अहमद गनई प्लास्टिक प्रदूषण से छुटकारा पाने के लिए गांव में कई तरह की कोशिशें कर चुके, लेकिन उतनी कामयाब नहीं रहा. हालांकि इस बार की उनकी कोशिश गांव में काफी रंग ला रही है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार कुछ समय पहले सरपंच ने प्लास्टिक दो और सोना लो नाम से अभियान शुरू किया था. इस अजीबोगरीब योजना के तहत यदि कोई बीस क्विंटल प्लास्टिक कचरा गांव में लाकर देता है तो उसे पंचायत की तरफ से सम्मन के तौर पर 1 सोने का सिक्का मिलेगा. आपको बता दें कि अभियान शुरू होने के बाद पंद्रह दिन के अंदर ही गांव को प्लास्टिक मुक्त घोषित कर दिया गया. यह अभियान गांव के लिए काफी फायदेमंद रहा।
कई रिपोर्ट में इस बात का भी जिक्र है कि इसे देखकर आसपास के कई पंचायतों में भी इस अभियान को अपनाया गया है. सरपंच गनई का कहना है कि गांव में इनाम के बदले में पॉलिथीन देने का नारा शुरू किया जो पूरी तरह सफल हो गया।
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