भारतीय पायलट: पिता संग एक ही फाइटर फॉर्मेशन के हिस्से के रूप में उड़ान भरकर अनन्या शर्मा ने सेना में इतिहास रच दिया. अनन्या शर्मा के पिता संजय शर्मा भारतीय वायु सेना में एक अनुभवी फाइटर पायलट हैं, वहीं अनन्या को दिसंबर 2021 में फाइटर पायलट के रूप में कमीशन किया गया था. अनन्या ने […]
भारतीय पायलट: पिता संग एक ही फाइटर फॉर्मेशन के हिस्से के रूप में उड़ान भरकर अनन्या शर्मा ने सेना में इतिहास रच दिया. अनन्या शर्मा के पिता संजय शर्मा भारतीय वायु सेना में एक अनुभवी फाइटर पायलट हैं, वहीं अनन्या को दिसंबर 2021 में फाइटर पायलट के रूप में कमीशन किया गया था. अनन्या ने अपने पिता संग 30 मई 2022 को बीदर के वायु सेना स्टेशन में हॉक-132 एडवांस्ड जेट ट्रेनर्स (एजेटी) के समान फॉर्मेशन में उड़ान भरी.
आईएएफ ने मंगलवार को बताया कि पिता संग 30 मई 2022 को अनन्या शर्मा ने इतिहास रच दिया, यर कमांडर संजय शर्मा और फ़्लाइंग अफसर ने एयरफोर्स स्टेशन बीदर में हॉक-132 ऐस के समान फॉर्मेशन में उड़ान भरी है. असल में फ्लाइंग ऑफिसर अनन्या शर्मा तेज और बेहतर लड़ाकू विमानों पर स्नातक होने से पहले प्रशिक्षण ले रही हैं. इसमें आगे बताया गया है कि आईएएफ में ऐसा कोई पिछला उदाहरण नहीं है कि एक मिशन के लिए कोई फ़्लाइंग अफसर और पिता एक ही गठन का हिस्सा थे.
भारतीय पायलट संजय शर्मा को 1989 में भारतीय वायुसेना की लड़ाकू धारा में कमीशन किया गया था, उन्हें मिग -21 स्क्वाड्रन के साथ-साथ फ्रंटलाइन फाइटर स्टेशन की कमान संभालने के साथ लड़ाकू अभियानों का अनुभव है. अनन्या वायुसेना अधिकारी के परिवार से हैं इसलिए वायुसेना की खूबियों से वह भलीभांति अवगत है।
भारतीय वायुसेना में पिता संग एक ही फॉर्मेशन में हाल में उड़ान भरकर इतिहास बनाया है. पिता संजय शर्मा और बेटी अनन्या ने हाल में एक ही फॉर्मेशन में उड़ान भरी थी. पिता-पुत्री की ये जोड़ी जरूरत पड़ने पर देश के दुश्मनों के छक्के छुड़ाने में पीछे नहीं रहेगी।