दुनियाभर में चोरी की घटनाएं आम हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि पूरा समुद्र तट ही चोरी हो गया हो? जी हां, ऐसा एक हैरान करने वाला मामला
नई दिल्ली: दुनियाभर में चोरी की घटनाएं आम हैं, लेकिन क्या आपने कभी सुना है कि पूरा समुद्र तट ही चोरी हो गया हो? जी हां, ऐसा एक हैरान करने वाला मामला जमैका से सामने आया था, जिसमें चोरों ने समुद्र तट की रेत ही चुरा ली थी। आइए जानते हैं इस दिलचस्प घटना के बारे में।
20 जुलाई 2008 को जमैका के समुद्र तट पर रात के अंधेरे में एक बड़ी चोरी हुई। चोरों ने सैकड़ों टन सफेद रेत को खोदकर ले लिया। उस समय इस रेत की कीमत काले बाजार में लगभग 1 मिलियन डॉलर थी। अनुमानित 500 डंप ट्रक रेत को चोरी किया गया। यह समुद्र तट ट्रेलानी में एक नियोजित रिसॉर्ट के लिए निर्धारित था।
सफेद रेत का उपयोग गोल्फ़ कोर्स के बंकरों, स्विमिंग पूल में मोर्टार, सीमेंट, और कई अन्य उत्पादों में किया जाता है, जिसमें फोन स्क्रीन भी शामिल हैं। दुनियाभर में सफेद रेत की चोरी और तस्करी एक गंभीर समस्या बन चुकी है। जमैका इसका शिकार होने वाला अकेला देश नहीं है, बल्कि यह समस्या विश्व स्तर पर फैली हुई है।
रेत, दुनिया का दूसरा सबसे अधिक शोषित प्राकृतिक संसाधन है। इसकी आपूर्ति में कमी के चलते देशों को समुद्र तल से रेत की खुदाई करनी पड़ती है, जिससे जलीय पारिस्थितिकी तंत्र को नुकसान पहुंचता है। जमैका में समुद्र तट से रेत की चोरी एक चेतावनी है कि केवल रेत ही नहीं, बल्कि खेती योग्य मिट्टी, दुर्लभ खनिज, जंगल, पानी, और वन्यजीव भी चोरी का शिकार हो रहे हैं।
इस तरह की घटनाएं हमें यह सोचने पर मजबूर करती हैं कि प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा और उनके उचित प्रबंधन की आवश्यकता कितनी महत्वपूर्ण है।
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