अमेरिका से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें केंटकी के एक शख्स ने अपनी पूर्व पत्नी को बच्चों की परवरिश के लिए गुजारा
नई दिल्ली: अमेरिका से एक बेहद चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें केंटकी के एक शख्स ने अपनी पूर्व पत्नी को बच्चों की परवरिश के लिए गुजारा भत्ता देने से बचने के लिए खुद को मृत घोषित कर दिया। इस व्यक्ति का नाम किपफ है, जिसने अपनी मौत का झूठा नाटक रचते हुए सरकारी सिस्टम को भी चकमा दे दिया। उसका मकसद सिर्फ एक था—100,000 डॉलर (लगभग 82 लाख रुपये) की गुजारा भत्ता राशि से बचना।
39 साल के किपफ ने पिछले साल जनवरी में हवाई के सरकारी मृत्यु प्रमाण पत्र सिस्टम में हेरफेर कर अपनी फर्जी मौत दर्ज करवा दी। उसने एक डॉक्टर की लॉगिन जानकारी का इस्तेमाल करते हुए, अपनी मौत का झूठा प्रमाण पत्र तैयार किया। इसके बाद वह सरकारी रिकॉर्ड्स में भी मृत व्यक्ति के रूप में रजिस्टर्ड हो गया। उसने यह सबकुछ इसलिए किया ताकि उसे अपनी पूर्व पत्नी को गुजारा भत्ता ना देना पड़े।
किपफ यहीं नहीं रुका। उसने अन्य राज्यों के भी डेथ सर्टिफिकेट सिस्टम में घुसपैठ की और कई सरकारी डेटाबेस तक पहुंच बना ली। इसके अलावा, उसने बड़े होटल चेन के बुकिंग प्लेटफॉर्म में भी चिकित्सकों से चुराई गई लॉगिन जानकारी का इस्तेमाल किया। इस शातिर व्यक्ति ने सोशल सिक्योरिटी नंबर समेत कई संवेदनशील जानकारी डार्क वेब पर साइबर अपराधियों को बेच दी।
हाल ही में अमेरिकी जिला न्यायाधीश रॉबर्ट वियर ने किपफ को 6 साल और 8 महीने की जेल की सजा सुनाई है। संघीय कानून के अनुसार उसे अपनी सजा का 85% हिस्सा जेल में बिताना होगा। रिहाई के बाद भी उसे 3 साल तक अमेरिकी प्रोबेशन ऑफिस की निगरानी में रहना होगा। इसके अलावा, किपफ पर लगभग 196,000 डॉलर (करीब 1 करोड़ 64 लाख रुपये) का जुर्माना भी लगाया गया है, जो उसे गुजारा भत्ता और सरकारी नुकसान की भरपाई के लिए चुकाना होगा।
इस पूरी घटना ने यह साबित कर दिया कि शॉर्टकट अपनाने का नतीजा हमेशा बुरा ही होता है। किपफ ने अपनी पूर्व पत्नी से बचने और पैसों की लालच में कानून के साथ खिलवाड़ करने की कोशिश की, लेकिन अंत में उसे जेल की हवा खानी पड़ी। यह मामला उन लोगों के लिए एक सबक है, जो अपनी जिम्मेदारियों से बचने के लिए गलत रास्ते अपनाते हैं।
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