1980 के दशक में पुरातत्वविदों को खुदाई के दौरान एक बीज मिला, जिसकी उम्र 1000 साल से ज्यादा बताई जाती है. यह बीज करीब 993
नई दिल्ली: 1980 के दशक में पुरातत्वविदों को खुदाई के दौरान एक बीज मिला, जिसकी उम्र 1000 साल से ज्यादा बताई जाती है. यह बीज करीब 993 से 1202 ईस्वी के बीच का हो सकता है. अब, लगभग एक हजार साल बाद, इस बीज से 10 फीट ऊंचा पेड़ उग आया है.
यह बीज इजराइल और पश्चिमी तट के बीच जूडियन डेजर्ट नामक इलाके में मिला था. वैज्ञानिकों का मानना है कि यह पेड़ बाइबल में वर्णित पेड़ों के परिवार से हो सकता है. इस बीज का नाम “शेबा” रखा गया, जो बाइबल की एक रानी के नाम पर है. इसे एक गुफा से खुदाई के दौरान खोजा गया था, और पेड़ बनने में इसे 14 साल लग गए.
वैज्ञानिकों का मानना है कि यह पेड़ एक पुरानी प्रजाति का है, जो अब खत्म हो चुकी है और पहले इजराइल, फिलिस्तीन और जॉर्डन में पाई जाती थी. यह पेड़ “त्सोरी” नामक औषधीय पेड़ से जुड़ा हो सकता है, जिसका जिक्र बाइबल में इसके चमत्कारी गुणों के लिए किया गया है. माना जा रहा है कि यह पेड़ कैंसर रोधी और सूजन को कम करने वाले गुणों से भरा हो सकता है. इसके तनों और पत्तियों में एंटीऑक्सिडेंट्स भी पाए गए हैं, जो त्वचा के लिए फायदेमंद हो सकते हैं.
वैज्ञानिकों का कहना है कि पहले वे मानते थे कि ‘शेबा’ वही पेड़ हो सकता है जिसे “जूडियन बाम” के नाम से जाना जाता था, लेकिन बाद में इस विचार को खारिज कर दिया गया क्योंकि इस पेड़ में सुगंध नहीं थी. हालांकि, इसके औषधीय गुण अभी भी वैज्ञानिकों के लिए एक खोज का विषय बने हुए हैं.
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस पेड़ ने 14 साल में न तो फूल दिए हैं और न ही बीज. अगर यह जूडियन बाम की ही प्रजाति है, तो वैज्ञानिक मानते हैं कि इस क्षेत्र में अभी और भी ऐसे विलुप्त पेड़ हो सकते हैं, जिनकी पहचान नहीं हो पाई है.
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