दिल्ली में हाल ही में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में सुधार देखा गया है। लंबे समय बाद दिल्ली के लोग साफ हवा में सांस ले रहे हैं। बारिश
नई दिल्ली: दिल्ली में हाल ही में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में सुधार देखा गया है। लंबे समय बाद दिल्ली के लोग साफ हवा में सांस ले रहे हैं। बारिश और तेज हवाओं के चलते दिल्ली का AQI 53 तक गिर गया, जो संतोषजनक माना जाता है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में किन जगहों पर सबसे अच्छी हवा होती है? यहां जानें भारत के उन शहरों के बारे में जहां AQI लेवल सबसे कम है।
दिल्ली में पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश हो रही है, जिससे तापमान में गिरावट आई है। बारिश की वजह से हवा में मौजूद प्रदूषक कण कम हो गए हैं। गुरुवार को दिल्ली के कुछ इलाकों में 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चल रही थी, जिससे प्रदूषण का स्तर और कम हुआ। सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट की अनुमिता रायचौधरी के अनुसार, मानसून के मौसम में होने वाली तेज बारिश ने हवा को साफ किया है। हालांकि, इस सुधार को बनाए रखने के लिए अभी भी काम करने की जरूरत है।
दिल्ली में प्रदूषित हवा एक बड़ी समस्या है, जिससे लोगों को सांस लेने में कठिनाई होती है। आम दिनों में दिल्ली का AQI 100 से 150 के बीच होता है, जो प्रदूषित माना जाता है। लेकिन अब जब AQI 53 पर पहुंच गया है, तो दिल्ली के लोग साफ हवा का अनुभव कर रहे हैं।
भारत में 2024 के लिए सर्वश्रेष्ठ वायु गुणवत्ता वाले 20 शहरों की सूची जारी की गई है। ये शहर न केवल खूबसूरत हैं, बल्कि यहां की हवा भी बेहद साफ है:
1. आइजोल – 9.9 μg/m³
2. गंगटोक – 14.8 μg/m³
3. चामराजनगर – 17.7 μg/m³
4. गडग – 18 μg/m³
5. चिक्कमगलुरु – 18.2 μg/m³
6. मदिकेरी – 19 μg/m³
7. तिरुवनंतपुरम – 19.1 μg/m³
8. कोप्पल – 19.2 μg/m³
9. रायचूर – 19.2 μg/m³
10. विजयपुरा – 19.4 μg/m³
11. नंदेसरी – 19.7 μg/m³
12. शिवमोग्गा – 20.2 μg/m³
13. मांडीखेरा – 21.2 μg/m³
14. मैसूर – 21.5 μg/m³
15. नाहरलागुन – 21.7 μg/m³
16. बागलकोट – 23.2 μg/m³
17. मैहर – 24.1 μg/m³
18. पुडुचेरी – 24.2 μg/m³
19. बैंगलोर – 24.4 μg/m³
20. सतना – 27 μg/m³
इन शहरों की सूची देखकर यह साफ है कि भारत में भी कई जगहें हैं जहां की हवा बेहद साफ है। अगर हम इन जगहों से सीख लेकर अपने शहरों की हवा को सुधारने के प्रयास करें, तो देश के अन्य हिस्सों में भी लोगों को साफ हवा मिल सकती है।
यह न केवल स्वास्थ्य के लिए बल्कि पर्यावरण के लिए भी फायदेमंद होगा। भारत के विभिन्न हिस्सों में वायु गुणवत्ता का स्तर अलग-अलग है। जहां कुछ शहरों में हवा बेहद साफ है, वहीं अन्य शहरों में प्रदूषण की समस्या है। दिल्ली में हालिया सुधार एक सकारात्मक संकेत है, लेकिन इसे बनाए रखने और अन्य शहरों में भी लागू करने की जरूरत है।
ये भी पढ़ें: जर्मनी में बन रहे हैं विशालकाय कुएं, जानें क्यों भारत में भी इसकी जरूरत है