नई दिल्ली: गर्भधारण की खबर किसी भी महिला के लिए भावनाओं से भरा पल होता है, लेकिन 52 वर्षीय कृति के लिए यह पल उनकी जिंदगी का सबसे बड़ा फैसला था। उन्होंने अपनी बेटी नेहा के लिए मां बनने का फैसला किया,और वह भी उनके पति के बच्चे की सरोगेट मां बनकर। यह एक मां के प्यार, त्याग और समर्पण की अनोखी कहानी है।

एक-दूसरे के बेहद करीब

कृति और नेहा हमेशा से एक-दूसरे के बेहद करीब थीं। नेहा की शादी 2015 में अर्जुन से हुई थी, लेकिन कई सालों की कोशिशों के बावजूद वे माता-पिता नहीं बन सके। डॉक्टरों ने बताया कि नेहा को एक दुर्लभ मेडिकल स्थिति है, जिसके कारण गर्भधारण करना और बच्चे को जन्म देना उनके लिए बेहद जोखिम भरा था। 2020 में, नेहा आखिरकार गर्भवती हुईं, लेकिन यह खुशी ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाई। दुर्भाग्य से, उन्होंने अपने बच्चे को खो दिया, जिससे वे भावनात्मक रूप से पूरी तरह टूट गईं। डॉक्टरों ने साफ कह दिया कि अगली प्रेग्नेंसी उनके लिए खतरनाक हो सकती है।

अपनी बेटी का दर्द देखकर कृति बेचैन हो उठीं। नेहा और अर्जुन ने सरोगेसी के जरिए माता-पिता बनने का विचार किया, लेकिन सही सरोगेट मां ढूंढना उनके लिए आसान नहीं था। तभी कृति ने एक बड़ा फैसला लिया,उन्होंने अपनी बेटी के बच्चे को खुद अपनी कोख में पालने का निश्चय किया।

इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार

पहले तो नेहा को यकीन नहीं हुआ, लेकिन कृति ने उन्हें समझाया कि वे पूरी तरह स्वस्थ हैं और इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए तैयार हैं। मेडिकल जांच के बाद डॉक्टरों ने भी उन्हें हरी झंडी दे दी। हार्मोनल ट्रीटमेंट और जरूरी तैयारियों के बाद, जब भ्रूण प्रत्यारोपण किया गया, तो पूरा परिवार उम्मीद से भर गया। कुछ दिनों बाद, जब प्रेग्नेंसी टेस्ट पॉजिटिव आया, तो कृति मुस्कुराते हुए बोलीं, “मैं 52 साल की उम्र में मां बनने जा रही हूं!” उनका यह कदम सिर्फ एक त्याग नहीं, बल्कि एक मां के निस्वार्थ प्रेम की मिसाल था।

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