नई दिल्ली: आए दिन कुछ लोग किसी न किसी तरह से दूसरे लोगों के फोन, डाटा आदि को हैक कर लेते हैं। जिसके कारण उनको बाद में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं कई लोग तो इन हैकिंग की वजह से अपने पैसे से लेकर अपनी निजी जानकारियां तक खो देते हैं। इसी बीच एक नया मामला ऐसा सामने आया है जहां सरकार ने गूगल क्रोम ओएस को लेकर चेतावनी दी है, ताकी लोग अपने आप को अटैकर्स से बचा सकें।
सरकार ने गूगल क्रोम यूजर को अटैकर्स से बचने के लिए कहा है कि प्रौद्योगिकी मंत्रालय के तहत काम करने वाली साइबर सिक्योरिटी एजेंसी CERT-In ने यूजर्स के लिए चेतावनी भरा संदेश जारी किया है। गूगल क्रोम में कई तरह की खामियां पाई गई हैं, जिनके कारण सभी यूजर्स जो गूगल क्रोम ओएस डिवाइस का प्रयोग करते हैं वह साइबर अपराधियों का शिकार बन सकते हैं। इसके अलावा एक गंभीर चेतावनी यह भी है कि टैकर्स टारगेटेड सिस्टम पर मनमाना कोड निष्पादित कर यूजर्स का फायदा उठाने के फिराक में हैं। इसलिए इस चेतावनी पर ध्यान दिया जाना बेहद जरूरी है।
इस मामले में सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय एवं भारत सरकार के इलेक्ट्रॉनिक्स के तहत कार्य करने वाली साइबर सिक्योरिटी एजेंसी की ओर से 1 जुलाई को यह एडवाइजरी जारी की गई है। इस दौरान यह बताया गया कि क्रोमओएस के लिए LTS चैनल में कई खामियां पाई गई हैं। 120.0.6099.315 से पहले के गूगल क्रोम वर्जन के लिए LTS के लिए चैनल प्रभावित हैं। इसी मामले में साइबर वॉचडॉग ने बताया कि ये सभी खामियां जो गूगल क्रोम और वेबआरटीसी में हीप बफर ओवरफ्लो के कारण मौजूद हैं। इसी वजह से अटैकर अपने शिकार को विशेष रूप से तैयार किए गए वेब पेज पर जाने के लिए राजी कर उनको नुकसान पहुंचाते हैं।
इस मामले में CERT-In ने गूगल क्रोम ओएस यूजर्स को सावधान करते हुए गूगल द्वारा जारी अपडेट इंस्टॉल करने की सलाह दी है इतना ही नहीं इस बारे में कंपनी ने जानकारी देते हुए बताया कि LTS-120 को ChromeOS डिवाइस के लिए LTS (लॉन्ग टर्म सपोर्ट) चैनल, वर्जन 120.0.6099.315 (प्लेटफॉर्म वर्जन: 15662.112) में अपडेट किया जा रहा है। समस्याओं के लिए फिक्स अपडेट आता है।
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