मुंबई: दुकानदार, रिक्शा ड्राइवर इत्यादि जैसे सर्विस प्रोवाइडर अक्सर एक रुपये या दो रुपये वापस लौटाने में संकोच करते हैं. क्योंकि उनके पास खुल्ले पैसे नहीं होते या एक-दो रुपये को ज्यादा भाव नहीं देते हैं. वहीं कस्टमर भी बचे एक-दो रुपये वापस लेने से हिचकिचाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि कहीं लोग उन्हें […]
मुंबई: दुकानदार, रिक्शा ड्राइवर इत्यादि जैसे सर्विस प्रोवाइडर अक्सर एक रुपये या दो रुपये वापस लौटाने में संकोच करते हैं. क्योंकि उनके पास खुल्ले पैसे नहीं होते या एक-दो रुपये को ज्यादा भाव नहीं देते हैं. वहीं कस्टमर भी बचे एक-दो रुपये वापस लेने से हिचकिचाते हैं, क्योंकि उन्हें लगता है कि कहीं लोग उन्हें छोटा ना समझ लें. हालांकि, मुंबई में ऐसा मामला नहीं है. हाल ही में एक महिला ने कहा कि कैसे एक ऑटो ड्राइवर ने उसके बिना मांगे ही उसे छुट्टे रुपए वापस लौटा दिए.
इस घटना ने लोगों में ऑटो वालों के प्रति और भी अधिक प्रेम बढ़ गया, क्योंकि वह एक जिम्मेदार नागरिक होने के अलावा कस्टमर्स के वैल्यू को समझता है. गांव कनेक्शन की रिपोर्टर और मैनेजिंग डायरेक्टर निधि जम्वाल ने मुंबई में अपने साथ बीती एक घटना के बारे में एक मार्मिक कहानी ट्विटर पर शेयर की. उन्होंने अंधेरी स्टेशन से अपने घर आने के लिए एक रिक्शा लिया और घर पहुंचते ही उन्हें ड्राइवर को कुल 54 रुपये देने थे. उन्होंने 100 रुपये का नोट उनके हाथ में थमा दिया और फिर एडजस्टमेंट के लिए पांच रुपये का सिक्का भी दिया. इसके बाद ऑटोड्राइवर ने उन्हें 50 रुपये लौटाने के बजाय 51 रुपये वापस किए।
उन्होंने कैप्शन में लिखा कि यह बॉम्बे है. भागते दौड़ते इंसानों के समंदर से भरी इस महानगरी में प्रतिदिन मेरा दिल आ जाता है. ईमानदारी हो तो बंबई जैसी. निधि जम्वाल द्वारा शेयर किए गए इस तस्वीर को दो लाख से अधिक लोगों ने देख चुका है, जबकि 3 हजार से ज्यादा लोगों ने दिल से लाइक भी किया है. सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले इस तस्वीर पर कई लोगों ने अपनी राय दी. कई लोगों ने अपने-अपने ऑटो के एक्सपीरियंस भी साझा किया. एक यूजर ने लिखा कि इस एक रुपये को सलाम जिसने किसी की ईमानदारी उजागर कर दी, मेहनत की कमाई से जो बरकत होगी वो ऊपर की कमाई से छीन ली जाएगी।