नई दिल्ली. चेन्नई के 62 वर्षीय शेखर पिछले 10 सालों से अपने घर पर रोजाना हजारों तोतें को पके चावल खिलाते आ रहे हैं. दरअसल शेखर इस शौक में अपनी कमाई का एक बहुत बड़ा हिस्सा खर्च कर देते है जो अपने आप में काबिले तारिफ है. पेश से शेखर कैमरे की मरम्मत करने का काम करते हैं.
बता दें कि शेखर ने इन पक्षियों का पेट भरने की शुरुआत उनकी रसोई में बच जाने वाले पके चावलों को खिलाकर की थी. वह अब रोजाना करीब 4,000 पक्षियों को खाना खिलाते हैं. इस काम के लिए वह सुबह चार बजे बजे उठ जाते है और एक बड़ा बर्तन भरकर चावल पकाते हैं और फिर उन्हें तख्तों फैला देते हैं इससे हजारों तोतें बड़ी आसानी से एक समय में उन चावलों को खा लेते हैं.
शेखर ने कहा कि ‘मैं शायद दिन में एक बार खाना खाना भूल जाऊं लेकिन इन तोतों को दिन में एक भी बार खाना देना नहीं भूलता.’ शेखर ने 2004 में आई सुनामी के बाद पंछियों को खाना खिलाना शुरू किया था. शेखर पर एक ऑनलाइन डॉक्यूमेंट्री बन चुकी है.
IANS