नई दिल्ली. चीन में शान्सी प्रांत के माउंट हेंगशान पर स्थित यह बौद्ध मठ 1500 साल पहले वेई साम्राज्य के अंत में बनाया गया था. इसकी खास बात यह है कि इसे केवल एक व्यक्ति ने बनाया था. तब से अब तक हजारों बार मरम्मत की जा चुकी है. यह बौद्ध, ताओ और कंफ्यूसियस धर्मों की मिश्रित शैली से बना एकमात्र संरक्षित मंदिर है.
क्यों खास है यह बौद्ध मठ ?
आपको बता दें कि इस बौद्ध मठ को वर्ष 2010 में इसे दुनिया की 10 सबसे अजीब खतरनाक इमारतों में शामिल किया गया था. आज यह चीन के मुख्य पर्यटन स्थलों में शामिल हो चुका है. माइंट हेंगशेन को भी यहां पांच पवित्र पर्वतों में से एक माना गया है जो सबसे उचे शिखर 6617 फीट ऊंचाई पर है.
हवा में अटका हुआ है यह मंदिर
मंदिर की संरचना को देखें तो स्पष्ट हो जाता है कि चीन का यह प्रसिद्ध मंदिर हवा में झूलता हुआ है. इस मंदिर को सीधी खड़ी चट्टान पर कुछ इस तरह से बनाया गया है कि वह किसी तरह बिना सहारे के हवा में अटका हुआ है. अपनी इस खूबी की वजह से यह मंदिर पूरे चीन में मशहूर है.