मध्य प्रदेश में खरगोन में सड़क हादसे के बाद ब्रेन डेड के शिकार हुए बलवाड़ा के रहने वाले रामेश्वर खेड़े ने अंग दान करके आठ लोगों को नई जिंदगी दे दी. दरअसल खरगोन के मेनगांव में सड़क हादसे में रामेश्वर खेड़े को सिर में गंभीर चोट आई थी. उन्हें खरगोन के अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन डॉक्टरों ने रामेश्वर को ब्रेन डेड घोषित कर दिया.
गुड़गांव. मध्य प्रदेश में खरगोन में सड़क हादसे के बाद ब्रेन डेड के शिकार हुए बलवाड़ा के रहने वाले रामेश्वर खेड़े ने अंग दान करके आठ लोगों को नई जिंदगी दे दी. दरअसल खरगोन के मेनगांव में सड़क हादसे में रामेश्वर खेड़े को सिर में गंभीर चोट आई थी. उन्हें खरगोन के अस्पताल में भर्ती किया गया लेकिन डॉक्टरों ने रामेश्वर को ब्रेन डेड घोषित कर दिया.
ब्रेन डेड घोषित करने के बाद रामेश्वर के परिजनों ने ऑर्गन डोनेशन सोसायटी को कॉल करके रामेश्वर के अंग डोनेट करने का फैसला किया. जिसके बाद सोसायटी के काउंसलर तुरंत अस्पताल पहुंचे और रामेश्वर का पोस्टमार्टम किया गया. रामेश्वर की किडनी खंडवा की शारदा बिजानी और भोपाल के संजीव जैन को लगाई गईं हैं.
गुड़गांव लाया गया लिवर
गुड़गांव लिवर ले जाने के लिए इंदौर में पहली बार ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया. चोइथराम अस्पताल से एयरपोर्ट तक लिवर ले जाने के लिए एम्बुलेंस ने 10.5 किमी का सफर 8 मिनट में तय किया जबकि इसमें 50 मिनट लगते हैं. इस तरह ढाई घंटे में लिवर अस्पताल से गुड़गांव के मेदांता अस्पताल तक भेजा गया.
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