ले आता है उदास चेहरों पर स्माइल, बुजुर्गों के घर देता है टिफिन

दादरी हिंसा के बाद इस तरह के माहौल में कहीं ना कहीं से ऐसी खबर सुनाई दे ही जाती हैं जो इंसानियत को जिंदा और सुकून देती हैं. ऐसी है एक शख्स मार्क डी'सूज़ा से मिलिए जिन्होंने वरिष्ठ नागरिकों के लिए मार्क ने यह मुफ्त टिफिन सर्विस शुरू की है.

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ले आता है उदास चेहरों पर स्माइल, बुजुर्गों के घर देता है टिफिन

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  • October 6, 2015 7:08 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
मुंबई. दादरी हिंसा के बाद इस तरह के माहौल में कहीं ना कहीं से ऐसी खबर सुनाई दे ही जाती हैं जो इंसानियत को जिंदा और सुकून देती हैं. ऐसी है एक शख्स मार्क डी’सूज़ा से मिलिए जिन्होंने वरिष्ठ नागरिकों के लिए मार्क ने यह मुफ्त टिफिन सर्विस शुरू की है.
 
मार्क मुंबई में 25 उम्रदराज लोगों के चेहरों पर फ्री में खाना देकर मुस्कान बिखेर रहे हैं. मार्क के इस काम की तारीफ करते हुए 98 साल की एंजेला फर्नांडिस कहती हैं कि वह एक रिटायर्ड स्कूल टीचर हैं और अपनी पेंशन से घर चलाती हैं.
 
 
उम्र के इस पढ़ाव में एंजेला को खाना पकाने में थोड़ी मुश्किल होती थी जिसे मार्क ने हल कर दी है. मार्क हर रोज आकर उन्हें टीफिन पकड़ा जाता है. मार्क को इस काम को करने में खुशी होती है. मार्क कहते हैं कि जब आप खुद उम्रदराज़ होने लगते हैं तब बुढ़ापे के मायने समझ आते हैं. 
 

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