नई दिल्ली. सोशल मीडिया मतलब जनता का मीडिया. जनता चाहे तो किसी को फेंकू बोल ले और चाहे तो किसी को पप्पू बना दे. मुख्यधारा की मीडिया के विकल्प के तौर पर उभरे इस मीडिया का एक बड़ा हिस्सा चौक-चौराहे स्तर की बहस और झगड़े से भरा हुआ है.
ट्वीटर पर टॉप ट्रेंड बताता है. 10 ट्रेंड जिसमें हैशटैग और शब्द दोनों शामिल होते हैं. इससे लोगों को ये पता चलता है कि ट्वीटर पर लोग किस मसले या आदमी के बारे में ज्यादा बात कर रहे हैं. लेकिन गौर से देखेंगे तो पता चलेगा कि इस 10 में आधे ट्रेंड तो ऐसे होते हैं जो किसी राजनीतिक पार्टी या फिल्म टीम या प्रोडक्ट कंपनी ने ट्रेंड कराए होते हैं.
ट्रेंड कराने का मतलब सीधा-सीधा है कम्प्यूटर की भाषा में बॉट के इस्तेमाल से जिससे एक ट्वीट 100 या 1000 ट्वीट में बदल जाता है. इससे ट्वीटर को लगता है कि इस हैशटैग या शब्द को इतनी बड़ी संख्या में लोग ट्वीट कर रहे हैं इसलिए वो ट्रेंड में दिखना चाहिए और वो दिखता है.
खैर, बात कहीं और जा रही थी. बात ये है कि सोशल मीडिया के प्रमुख स्तंभ ट्वीटर पर ऐसे ही आप बड़े से बड़े नेता और मशहूर से मशहूर पत्रकार-लेखक को आम जनता, बेनाम जनता या फर्जी जनता से गाली खाते रोज ही देख रहे होंगे. इस तरह की गाली-बहस में नेताओं या मशहूर लोगों के पुराने ट्वीट का फोटो दिखाया जाता है कि आपने तो फलां साल ये बोला था, अब ये बोल रहे हो.
तो ये जो पुराने ट्वीट खोजकर निकालने का धंधा था उसे एक अमेरिकी वेबसाइट ने पूरा गोरखधंधा बना दिया है. पहले लोग पुराने ट्वीट को निकालकर फोटोशॉट पर फोटो एडिट करके बदमाशी करते थे. या फिर फोटोशॉप पर बिल्कुल ही नया फर्जी ट्वीट बना देते थे. ये सारा काम अब
ट्वीटरिनो नाम की इस वेबसाइट पर जाकर कोई भी कर सकता है. ट्वीटर पर मौजूद किसी भी शख्स के नाम से किसी भी तरह के फर्जी ट्वीट का फोटो बनाया जा सकता है.
वेबसाइट पर जाकर आपको उस शख्स का ट्वीटर हैंडल डालना है जिसके नाम से आप फेक यानी फर्जी ट्वीट का फोटो बनाना चाहते हैं. उस एकाउंट को सेलेक्ट करके ट्वीटर बॉक्स में जो लिखना है लिखकर ट्वीट बटन दबा दीजिए. फिर एक ट्वीट जैसा फोटो खुल जाएगा जिसे डाउनलोड या कॉपी कर लीजिए.
ये बिल्कुल असली ट्वीट जैसा फोटो होगा जिसे सोशल मीडिया पर डालकर आप लोगों को कुछ समय तक भरमा सकते हैं. फर्जी ट्वीट का फोटो देखकर किसी को नहीं लगेगा कि ये असली ट्वीट नहीं है अगर उस शख्स के ट्वीटर हैंडल पर जाकर उसे क्रॉसचेक ना किया जाए.
एक और खास बात. ये वेबसाइट फर्जी ट्वीट का ऐसा फोटो बनाती है जिसमें दस-बीस हजार रीट्वीट और बीस-तीस हजार लाइक तक भी दिख रहे होते हैं ताकि कहीं से भी ट्वीट के नकली या फर्जी होने का शक ना हो.
8 मार्च, 2017 को शुरू हुई इस वेबसाइट के बारे में गूगल करने पर ये पता चला है कि इसे अमेरिका के पनामा शहर की किसी हू इज गार्ड नाम की कंपनी ने रजिस्टर्ड कराया है. साइट खोलने पर ये बताया जाता है कि ये फन यानी मस्ती के लिए है जिससे आप किसी के नाम का कोई फर्जी ट्वीट बनाकर मज़ा ले सकें.
तो ये साइट कैसे काम करता है और कैसे इस साइट से किसी शख्स के नाम से कोई भी ट्वीट का फोटो बनाया जा सकता है, ये दिखाने के लिए हमने कुछ मशहूर नेताओं और कलाकारों के नाम से फर्जी ट्वीट बनाए हैं. कुछ आपने ऊपर देखे. बाकी कुछ और आगे भी देखिए और पहचानिए कि कौन कह पाएगा एक बार में कि ये असली नहीं नकली हैं.