भोपाल: मध्य प्रदेश में जेल अधिकारियों को होश उस वक्त उड़ गये जब सूबे के 11 जेलों में बंद कैदियों ने चेहरे के ब्लैक स्पॉट मिटाने और झुर्रियों को मिटाने के लिए फेस क्रीम की मांग कर दी. इतना ही नहीं, कैदियों ने ब्यूटी प्रोडक्ट्स के अलावा बीड़ी, तंबाकू और सलाद तक की मांग की है.
पिछले साल अक्टूबर में भोपाल जेल से सात संदिग्ध स्टूडेंट्स के जेल से भागने के बाद जेल में बाहरी सामान पर पाबंदी लगा दी गई थी. बाहरी सामान पर पाबंदी के बाद जब जेल प्रशासन ने इसे जानने की कोशिश की कि कैदी किस तरह की डिमांड कर रहे हैं तो इसमें कैदियों की तरफ से इस तरह के जवाब आएं.
कैदियों की अजीब डिमांड सुनकर अफसर भी हैरान हैं. जेल में कैदियों के लिए बनाई जाने वाली सब्जी में तय मात्रा के हिसाब से तेल और मसाले डाले जाते हैं. लेकिन जेल प्रशासन की ओर से पता किये गये फीडबैक में यह बात सामने आई है कि कैदियों ने अलग से सरसो का तेल, नहाने के लिए साबुन, वॉशिंग पाउडर की मांग की है.
मजेदार बात ये है कि कुछ जेलों में कैदियों ने डिमांड की है कि चेहरे पर झुर्रियां आने लगी हैं, ब्लैक हेट्स होने लगे हैं इसलिए फेस क्रीम उपलब्ध कराई जाए. नहाने के लिए अलग से बाल्टी और मग दिया जाए, ताकि खलल न पड़े. अधिकारियों की मानें तो उन्होंने कहा है कि जेल कैदियों का टेस्ट बदल रहा है.
इतना ही नहीं, कैदियों ने खाने में सलाद के रूप में ककड़ी, टमाटर की डिमांड की है तो कुछ ने नमकीन और बिस्किट की भी मांग की है. कैदियों ने जेलों के सुप्रीटेंडेंट्स से अपनी मांगें मौखिक और लिखित दोनों रूप से की हैं, जिसे राज्य के जेल हेडक्वाटर भोपाल भेज दिया गया है.
एनसीआरबी की रिपोर्ट के मुताबिक, 2015 मध्यप्रदेश में कैदियों की संख्या 38458 थी, जिनमें 1322 महिला कैदी शामिल थीं. जेल विभाग की तरफ से अभी 27600 क्षमता के मुकाबले जेलों में कैदियों की संख्या 39000 है.