जिस ‘सराहा’ पर फिदा हो गया है फेसबुक, क्या आप उसका हिंदी अर्थ जानते हैं

इन दिनों इंटरनेट की दुनिया में 'सराहा' (Sarahah) एप ने तहलका मचा दिया है. सऊदी अरब का 'सराहा' मोबाइल एप्लीकेशन की दुनिया में न सिर्फ धूम मचा रहा है, बल्कि काफी तेजी से पॉपुलर हो रहा है. फेसबुक पर जिधर देखो सभी इसी के दीवाने बने हुए हैं. इस एप को पसंद तो शायद आप भी कर रहे होंगे, मगर क्या आप इसका हिंदी अर्थ जानते हैं?

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जिस ‘सराहा’ पर फिदा हो गया है फेसबुक, क्या आप उसका हिंदी अर्थ जानते हैं

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  • August 10, 2017 5:26 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: इन दिनों इंटरनेट की दुनिया में ‘सराहा’ (Sarahah) एप ने तहलका मचा दिया है. सऊदी अरब का ‘सराहा’ मोबाइल एप्लीकेशन की दुनिया में न सिर्फ धूम मचा रहा है, बल्कि काफी तेजी से पॉपुलर हो रहा है. फेसबुक पर जिधर देखो सभी इसी के दीवाने बने हुए हैं. इस एप को पसंद तो शायद आप भी कर रहे होंगे, मगर क्या आप इसका हिंदी अर्थ जानते हैं?
 
दरअसल, हम भारतीयों के लिए ‘सराहा’ शब्द थोड़ा अलग और अटपटा सा लगता है. इसके पीछे की वजह ये है कि ये एक अरबी शब्द है, जिसका ओरिजिन सऊदी अरब है. जी हां, ‘सराहा’ अरबी का एक शब्द है, जिसका अर्थ होता है ईमानदारी या फिर स्पष्ट रूप से या दिल खोलकर बोलना. बता दें कि इस एप की खासियत भी यही है. 
 
यह एप अपने नाम और उसके अर्थ के अनुसार ही काम करता है. इस एप के जरिए आप अपने दिल की बात ईमानदारी से दिल खोलकर किसी से कह सकते हैं. खास बात ये है कि इस एप के जरिये आप अपने दिल की बात जहां पहुंचाना है पहुंचा भी देंगे और सामने वाले को पता भी नहीं चलेगा कि आपने वो बात कही है. 
 
 
हालांकि, ये भी अन्य चैटिंग और मेसेजिंग एप्स की तरह ही एक एप है. मगर इसकी खासियत ये है कि ये अन्य एप की तरह आपकी गोपनीयता भंग नहीं करती. इस एप की खासियत है कि इसमें मैसेज भेजने वाले की जानकारी गुप्त रहती है ताकि कोई भी आपको ईमानदारी से कोई मेसेज भेज सके.
 
इस एप को सऊदी अरब के कंप्यूटर वैज्ञानिक जेन अल अबीदीन तौफीक ने विकसित किया है. इसे डेवलप करने के पीछे इनका दिमाग ये था कि कर्मचारी अपने मालिकों अथवा कंपनी को ईमानदारी से अपनी प्रतिक्रिया नहीं दे पाते हैं. इसलिए इन्होंने मूल रूप से कर्मचारियों को अपने मालिक अथवा कंपनी के प्रति गुमनाम तरीके से ईमानदार प्रतिक्रिया साझा करने के उद्देश्य के रूप में ही इसकी कल्पना की थी. 
 
 
सराहा को सोशल नेटवर्किंग साइट के रूप में नवंबर 2016 में शुरू किया गया. मगर अब यह ऐप गूगल प्ले स्टोर पर टॉप-4 ट्रेंडिग ऐप है. इसको अब तक 50 लाख से 1 करोड़ लोग डाउनलोड कर चुके हैं. इसमें नाम छुपाने की खासियत के कारण ही लोग अपने मन की बात दूसरों तक शेयर कर रहे हैं और यही वजह है कि इस एप से पूरा फेसबुक पटा पड़ा है. 
 
अगर आप अब तक इस एप से अनजान हैं तो जानें, ये एप कैसे काम करता है
 
1) एप डाउनलोड करने के लिए एप स्टोर में जाकर टाइप करें Sarahah’.
2) इस एप को इंस्टॉल करने के बाद यूजर को रजिस्ट्रेशन करना होगा जिसके लिए आपको अपनी ईमेल आईडी देनी होगी.
3) एप में रजिस्टर करने के बाद आपको लिंक फेसबुक,ट्विटर और स्नैपचैट पर पोस्ट करने का भी विकल्प मिलेगा.
4) एप में लिंक को पब्लिक कर सकते हैं या प्राइवेट मैसेज के जरिए भी भेज सकते हैं.
5) इस लिंक को क्लिक करके कोई भी आपको मैसेज भेज सकता है. लिंक के जरिए कोई भी आपको मैसेज भेजता है तो आपको सराहा एप में नोटिफिकेशन मिलेगा और आप मैसेज पढ़ सकते हैं.
6) मैसेज रिसीव करने वाला मैसेज का रिप्लाई नहीं कर सकता है.

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