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यहां शहीद सैनिक की आत्मा करती है बॉर्डर की रक्षा, ड्यूटी पर जाने से पहले मंदिर में लगानी होती है हाजरी

वो कहते हैं ना कि सच्चाई कई बार कल्पना से परे होती है. सिक्किम के जेलेप्ला दर्रे और नाथुला दर्रे के बीच 13 हजार फीट की उंचाई पर स्थित तुकला पोस्ट है जिसकी सुरक्षा एक मृत सैनिक की आत्मा करती है.

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  • July 15, 2017 8:27 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
तुकला: क्या आप आत्मा पर विश्वास करते हैं? क्या आप यकीन कर पाएंगें कि सिक्किम में एक ऐसी भी पोस्ट है जिसकी सुरक्षा भारतीय सिपाही की आत्मा करती है? वो कहते हैं ना कि सच्चाई कई बार कल्पना से परे होती है. सिक्किम के जेलेप्ला दर्रे और नाथुला दर्रे के बीच 13 हजार फीट की उंचाई पर स्थित तुकला पोस्ट है जिसकी सुरक्षा एक मृत सैनिक की आत्मा करती है. इनका नाम बाबा हरभजन हैं. माना जाता है कि मृत्यु होने के बाद भी बाबा हरभजन नाथुला के आसपास चीनी सैनिकों की गतिविधियों की जानकारी देते हैं.
 
सेना भी सारे सैनिकों की तरह बाबा हरभजन सिंह को भी हर महीने वेतन देती है. सेना के नियमों के अनुसार ही स्वर्गीय बाबा हरभजन सिंह का प्रमोशन भी होता है. मंदिर में बाबा का एक कमरा भी है जिसमें रोज सफाई होती है और बिस्तर लगाया जाता है. इसके अलावा उनके कमरे में उनके कपड़े और जूते भी रखे जाते हैं.
 
 
 
बाबा हरभजन सिंह की भारतीय सैनिक ही नहीं बल्कि चीनी सैनिक भी पूजा करते हैं. भारत और चीन के बीच जब भी फ्लैग मीटिंग होती है तो बाबा हरभजन सिंह के लिए अगल से कुर्सी लगाई जाती है. 
 
मान्यता है कि बाबा हरभजन सिंह के मंदिर में हाजिरी दिए बिना कोई सैनिक आगे नहीं बढ़ता है. भारतीय सैनिकों के साथ-साथ चीनी सैनिकों में भी बाबा हरभजन सिंह के लिए गहरी आस्था है. 
 
 

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