अहमदाबाद: गुजरात के अहमदाबाद में धार्मिक सौहार्द का एक अनोखा उदाहरण देखने को मिला है. अहमदाबाद के सिम्स अस्पताल में एक हिन्दू परिवार ने अपने ब्रेन डेड बेट का हार्ट मुस्लिम युवा को देकर मिसाल पेश की है.
सिम्स अस्पताल में हुए इस हार्ट ट्रांसप्लांट के बाद 31 वर्षिय सोहेल को नई जिंदगी मिल गई है. गुजरात के आनंद जिले का रहने वाले सोहेल को बचपन से ही हृदय की बीमारी थी, उम्र बढ़ने के साथ-साथ बीमारी भी बढ़ती चली गई. कुछ महीने पहले स्थिति नाजुक होने के बाद सोहेल बिस्तर पर पड़ गया.
इसी बीच एक सड़क दुर्घटना में नवसारी के अमित इतनी बूरी तरह चोटिल हुआ कि डॉक्टरों ने उसे ब्रेन डेड करार दे दिया था. तब अमित के परिवार वालों ने उसके ऑर्गन डोनेट करने का फैसला किया. जिसके बाद सोहेल के दिल की जगह अमित के दिल को ट्रांसप्लांट करने का फैसला किया गया.
अमित को इलाज के लिए सूरत के अस्पताल में रखा गया था. ग्रीन कॉरिडोर के जरिए महज एक घंटे में अमित का दिल अहमदाबाद लाया गया और पांच घंटे की मशक्कत के बाद सोहेल के शरीर में अमित के दिल को ट्रांसप्लांट किया गया. शरीर से दिल निकलते ही अमित, सोहेल को नई जिंदगी देकर दुनिया को अलविदा कह गया.