मलावी. आपने एक धार्मिक कथा जरूर सुनी होगी जिसमें तालाब में पानी पी रहे एक हाथी की सूंढ़ को मगरमच्छ पकड़ लेता है और वह हाथी जान बचाने के लिए भगवान विष्णु से गुहार लगाता है.ऐसा ही एक नजारा सही में देखने को मिला.
लेकिन यहां हाथी की जान उसके झुंड में शामिल दूसरे हाथियों ने बचाई है. दरअसल हाथियों का एक झुंड एक झील के किनारे चहलकदमी चल रहा था. इस झुंड में हाथियों का एक बच्चा भी था जो पानी में खेलने के लिए झील के अंदर चला जाता है.
तभी वहां छिपे एक भारी-भरकम मगरमच्छ ने उस पर हमला बोल दिया और उसकी सूंढ़ को मजबूत जबड़ों में दबा लिया. विशेषत्रों का कहना है कि मगरमच्छ के जबड़ो में कई टन के बराबर की ताकत होती है.
इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उस बच्चा हाथी की सूंढ़ को जब मगरमच्छ ने पकड़ा होगा तो उसके ऊपर क्या बीती होगी. उसने खुद को मगरमच्छ से बचाने के लिए पूरी कोशिश की लेकिन वह उससे पार नहीं पा सका.
मगरमच्छ उस पर हावी होने लगा. लेकिन तभी ‘नारायण’ बनकर आया उसके झुंड में शामिल एक बुजुर्ग हाथी और उसने मगरमच्छ पर हमला बोल दिया. इसी बीच मगरमच्छ की पकड़ ढीली पड़ गई और बच्चे की सूंढ़ छूट गई.
इस पूरे नजारे को मलावी नेशनल पार्क के वैज्ञानिकों ने कैद कर लिया है. इस पूरी घटना को 11 अप्रैल को कैद किया गया था. उसके बाद से इसे 2.3 लाख लोग देख चुके हैं.
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