ऐप आधारित टैक्सी सर्विस देने वाली कंपनियों से जुड़े विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इस बार एक महिला ने 'टैक्सी फॉर श्योर' के ड्राइवर पर ड्राइविंग के दौरान मास्टरबेशन (हस्तमैथुन) करने का आरोप लगाया है. महिला के मुताबिक यह वाकया बीते सप्ताह का है जब वह टैक्सी में दिल्ली में सफर कर रही थी.
नई दिल्ली. ऐप आधारित टैक्सी सर्विस देने वाली कंपनियों से जुड़े विवाद थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. इस बार एक महिला ने ‘टैक्सी फॉर श्योर’ के ड्राइवर पर ड्राइविंग के दौरान मास्टरबेशन (हस्तमैथुन) करने का आरोप लगाया है. महिला के मुताबिक यह वाकया बीते सप्ताह का है जब वह टैक्सी में दिल्ली में सफर कर रही थी.
2 जुलाई को हुए इस वाकये का जिक्र करने के लिए महिला ने फेसबुक और ट्विटर का सहारा लिया. उसने लिखा कि उसने ओला कैब से संपर्क किया था, लेकिन ओला ने टैक्सी फॉर श्योर की कैब भेजी, जिसका ड्राइवर देविंदर कुमार नाम का शख्स था. महिला को साउथ दिल्ली के साकेत से हरियाणा के फरीदाबाद जाना था. गौरतलब है कि ओला ने अपनी प्रतिद्वंदी कंपनी टैक्सी फॉर श्योर का फरवरी में अधिग्रहण कर लिया था. पिछले महीने से इसकी सर्विस ओला की ऐप से ही संचालित हो रही है.
महिला ने अपनी फेसबुक पोस्ट में लिखा कि उसने ड्राइवर से तीन बार म्यूजिक की आवाज कम करने के लिए कहा ताकि वह फोन पर बात कर सके. उसने कई बार ड्राइवर से गाड़ी धीरे चलाने के लिए भी कहा. तभी अचानक उसने पाया कि ड्राइविंग के दौरान ही ड्राइवर मैस्टरबेशन कर रहा है. महिला मुंबई की एक डिजिटल और सोशल मीडिया कंसल्टेंसी में क्रिएटिव स्ट्रैटिजिस्ट के तौर पर काम करती है.
घर पहुंचने के बाद महिला ने ड्राइवर से बात की, लेकिन उसने ‘कुछ भी करने से’ इनकार कर दिया. टैक्सी फॉर श्योर के सीईओ अरविंद सिंघल ने इस मामले पर कहा, ‘यात्री के ऐसे अनुभव का हमें अफसोस है और हम ड्राइवर की हरकत का समर्थन नहीं करते हैं. हमने ड्राइवर को ब्लैकलिस्टेड कर दिया है. हम यात्रियों के साथ काम करते रहेंगे और उनकी जरूरत के मुताबिक उन्हें सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे.’